ओडिशा में माओवादियों ने इतालवी बंधक पाउलो बोसुस्को को गुरुवार को रिहा कर दिया. बोसुस्को को उसके अपहरण के 29 दिन बाद रिहा किया गया है.
नक्सलियों ने बोसुस्को का उसके ही देश के क्लाउडियो कोलेनगेलो के साथ ओडिशा के कंधमाल जिले से अपहरण कर लिया था.
आधिकारिक सू़त्रों ने बताया कि मोओवादियों ने 54 वर्षीय बोसुस्का को गजपति और गंजम जिले से लगते कंधमाल जिले के आदिवासी बहुल वन क्षेत्र में अपने मध्यस्थ दंडपाणि मोहंती और कुछ पत्रकारों को सौंपा.
पुरी के इतालवी टूर आपरेटर बोसुस्को का इटली के ही 61 वर्षीय पर्यटक कोलेनगेलो के साथ गत 14 मार्च को कंधमाल जिले के दारिंगबाड़ी क्षेत्र से उस समय अपहरण कर लिया गया था जब वे वहां पर ट्रैकिंग कर रहे थे.
बोसुस्को को मोहंती और मीडियाकर्मियों के साथ भुवनेश्वर लाया गया. मोहंती और बीडी शर्मा ने बोसुस्को की रिहायी के बारे में ओडिशा सरकार के तीन प्रतिनिधियों से बात की.
बोसुस्को ने कहा कि वह ओडिशा से बहुत प्यार करते हैं. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे इस बात की खुशी है कि मैं अब रिहा हूं. मैं थक गया हूं और मुझे आराम की जरुरत है.’ बोसुस्को की रिहायी ओड़िशा स्टेट आर्गेनाइसिंग कमेटी के शीर्ष नेता सब्यासाची पांडा की पत्नी सुभाश्री पांडा उर्फ मिलि पांडा की वर्ष 2004 के मुठभेड़ मामले में गुनुर की अदालत की ओर से बरी किये जाने और जेल से रिहा किये जाने के दो दिन बाद हुई है.