देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी अपनी बाजार भागीदारी बनाए रखने के लिए डीजल कारों के नये मॉडल उतारने की योजना बना रही है.
कंपनी पर पिछले कुछ महीनों से अपनी गिरती बाजार हिस्सेदारी को बरकरार रखने का दबाव है. मारुति सुजुकी के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्यकारी शिंजो नाकानिशि ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, 'हमारी बाजार भागीदारी 2011 में घटकर 40 प्रतिशत रह गई. ऐसा उद्योग जगत में मंदी तथा पेट्रोल मॉडलों की अपेक्षाकृत कम ब्रिकी के कारण हुआ.'
कंपनी अब डीजल मॉडलों पर ध्यान केंद्रित करेगी. सुजुकी पावरट्रेन के जरिए वह साल में 3,00,000 डीजल इंजिन बनाने में सक्षम है. सुजुकी पावरट्रेन, मारुति तथा सुजुकी मोटर गुड़गांव इकाई का संयुक्त उद्यम है.
नाकानिशि ने कहा कि मारुति की पैतृक कंपनी सुजुकी मोटर कोर्प के फिएट इंडिया के साथ समझौते के तहत वह सालाना 1,00,000 डीजल इंजिन खरीदेगी. उन्होंने कहा कि इससे कंपनी ज्यादा डीजल कार उत्पादन कर सकेगी. उन्होंने कहा कि ग्राहकों की पसंद तेजी से डीजल कारों की और बदल रही है क्योंकि पेट्रोल की तुलना में डीजल काफी सस्ता है. इसको देखते हुए कंपनी ने नये डीजल मॉडल पेश किए हैं और मौजूदा मॉडलों का उत्पादन बढ़ाया है.
मारुति की स्विफ्ट, रिट्ज, स्विफ्ट डिजायर, एसएक्स-4 डीजल में उपलब्ध है.