राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बुधवार को मेगा मॉकड्रिल का आयोजन किया गया. इस मॉक ड्रिल में बेहतरीन समन्वय का प्रदर्शन कर आपदा प्रबंधन एजेंसियों ने दूसरी एजेंसियों की सतर्कता एवं तैयारियों को परखा.
दरअसल, मॉक ड्रिल में इस बात की तैयारियां देखी गयीं कि यदि 7.2 तीव्रता का भूकंप आ जाए तो किस तरह हालात को संभाला जाएगा. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से राजधानी के छह मेट्रो स्टेशनों सहित कई स्थानों पर सुबह 11:30 बजे मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया.
मॉक ड्रिल का मकसद अचानक 7.2 तीव्रता का भूकंप आ जाने पर एजेंसियों की तैयारियों को परखना था. राजधानी के छह मेट्रो स्टेशन लगभग आधे घंटे तक बंद रहे. मध्य, दक्षिण और उत्तर दिल्ली के कई सड़क मार्गों को भी मॉक ड्रिल के दौरान बंद कर दिया गया था जिससे लोगों को परेशानियों से दो-चार होना पड़ा.