एक ताजा अध्ययन के अनुसार काम के बोझ तथा व्यक्तिगत वित्तीय दबाव के कारण देशभर में कमर्चारियों में तनाव बढ रहा है.
सर्वे में कहा गया है कि कामकाजी घंटों को लचीला बनाने से तनाव कम करने में मदद मिल सकती है.
फर्म रेगुस ने यह अध्ययन दुनिया भर में 16,000 से अधिक पेशेवरों पर किया है. इसमें भाग लेने वाले आधे से अधिक (51 प्रतिशत) भारतीय प्रतिभागियों का कहना है कि बीते साल में उनके तनाव का स्तर बढा है.
इसके अनुसार तनाव बढाने वाले प्रमुख कारणों में काम का दबाव या व्यक्तिगत वित्तीय दिक्कतें हैं. कई और कारण भी दबाव को बढा रहे हैं. हालांकि 51 प्रतिशत भारतीय प्रतिभागियों ने तनाव बढाने का सबसे बड़ा कारण कामकाजी दबाव बताया है.
यह भी रुचिकर है कि इस अध्ययन में शामिल तीन चौथाई (72 प्रतिशत) भारतीय लोगों ने सुझाव दिया है कि कामकाज के लचीले घंटे अपनाकर तनाव घटाने में मदद की जा सकती है.
अध्ययन में कहा गया है कि तनावग्रस्त कर्मचारी, नाखुश तथा अस्वस्थ भी होते हैं. रेगस के दक्षिण एशिया उपाध्यक्ष मधुसून ठाकुर ने कहा, ‘तनाव की वजह से न केवल कर्मचारियों को नुकसान होता है, बल्कि कारोबार पर भी इसका असर पडता है, क्योंकि कर्मचारी जरुरत के अनुसार काम नहीं कर पाते, ज्यादा बीमारी का अवकाश लेते हैं और कम सक्षम होते हैं.’