इटली के प्रधानमंत्री मारियो मोंटी ने कहा है कि उनके देश को आर्थिक ऋण संकट से बाहर निकलने के लिए बेलआउट (आर्थिक राहत पैकेज) की जरूरत नहीं पड़ेगी. अनुमान जताया जा रहा है कि रोम सहायता के लिए दबाव बना सकता है.
इटली के मीडिया की खबरों के मुताबिक, मोंटी ने जर्मनी के सरकारी रेडियो एआरडी से कहा, ‘भविष्य में भी इटली को यूरोपीय वित्तीय स्थिरता कोष से सहायता की जरूरत नहीं पड़ेगी.’
यूरोपीय संघ के पूर्व आयुक्त मोंटी ने बाजार तथा वित्तीय पर्यवेक्षकों से अपील की कि ‘पुराने दृष्टिकोण अथवा पूर्वाग्रह के साथ इसे न देखा जाए.’
उन्होंने कहा, ‘मैं जानता हूं कि पहले इटली की स्थिति अलग थी लेकिन अब वह दूसरे यूरोपीय देशों के मुकाबले अधिक अनुशासित है.’
उन्होंने कहा, ‘हमारा देश वित्तीय योगदान के जरिये यूनान, पुर्तगाल, आयरलैंड और अब स्पेन की मदद कर रहा है. बाजार में तनाव की स्थिति होने की वजह से फिलहाल इटली को अत्यंत उच्च दर पर ब्याज चुकाना पड़ रहा है.’