खूबसूरत फूलों, दुर्लभ प्रजाति के पेड पौधों और जड़ी बूटियों के लिये मशहूर राष्ट्रपति भवन का मुगल गार्डन मंगलवार से जनता के लिये खुल जायेगा और इसके साथ ही एक माह तक चलने वाले राष्ट्रपति भवन उद्यानोत्सव की शुरूआत होगी.
इस साल पहली बार यहां आने वाले लोग अपने साथ स्मृति चिन्ह और उपहार भी ले जा सकेंगे. विभिन्न प्रजाति के गुलाब, ट्यूलिप और लिलि आदि रंग बिरंगे मोहक फूलों वाले इस ऐतिहासिक बगीचे को मंगलवार से जनता के लिये खोले जाने से पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने सोमवार को यहां की गयी व्यवस्था का निरीक्षण किया.
राष्ट्रपति भवन के एक प्रवक्ता ने बताया कि इस बार से एक माह तक मुगल गार्डन जनता के लिये खुले रहने की अवधि को राष्ट्रपति भवन उद्यानोत्सव का नाम दिया गया है. इस दौरान दर्शक मुगल गार्डन, संगीतमय बगीचे, आध्यात्मिक बगीचे, जड़ी बूटियों वाले बगीचे और बायोडायवर्सिटी पार्क के दर्शन करने के साथ ही राष्ट्रपति की पर्यावरणीय पहल दृश्य श्रव्य कार्यक्रम ‘रोशनी’ के जरिये इस ऐतिहासिक धरोहर के बारे में जानकारी भी हासिल कर सकेंगे.
प्रवक्ता ने कहा कि इस साल इन सबके अलावा एक दुकान भी है जहां की रिंग, टाई, टोपी और टी शर्ट जैसे विभिन्न स्मारक बिक्री के लिये रखे गये हैं जिन्हें दर्शक चाहें तो खरीद कर अपने साथ ले जा सकते हैं.
मुगल गार्डन सोमवार को छोड़कर प्रत्येक दिन सुबह दस बजे से लेकर शाम के पांच बजे तक जनता के लिये खुला रहेगा. शाम चार बजे के बाद यहां किसी को भी प्रवेश की इजाजत नहीं होगी. सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुये दर्शकों को पानी की बोतल, सूटकेस, हैंडबैग, पर्स, छाता, कैमरा, रेडियो, मोबाइल फोन, हथियार और अन्य उपकरणों को अपने साथ ले जाने की इजाजत नहीं होगी.