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परिवर्तन के लिए बीएमसी के चुनाव में कूदे कई मुंबईवासी

बृहनमुम्बई नगर निगम (बीएमसी) चुनाव में मुम्बई के कई निर्दलीय उम्मीदवार बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि के चुनाव लड़ रहे हैं और उन्हें समर्थन दे रहा है 'मुम्बई 227' नामक संगठन.

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बृहनमुम्बई नगर निगम (बीएमसी) चुनाव में मुम्बई के कई निर्दलीय उम्मीदवार बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि के चुनाव लड़ रहे हैं और उन्हें समर्थन दे रहा है 'मुम्बई 227' नामक संगठन. संगठन का यह नाम बीएमसी की 227 सीटों को लेकर पड़ा है.

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यह संगठन पिछले महीने अस्तित्व में आया. पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक व रोमानिया में भारत के राजदूत रह चुके जुलियो एफ. रिबीरो, पूर्व मुख्य सचिव व बीएमसी के प्रमुख रह चुके वी. एस. रंगनाथन तथा पूर्व अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) चंद्रा अयंगार ने इस संगठन का निर्माण किया, जो 'मुम्बई 227' के सलाहकार बोर्ड में भी हैं.

यह संगठन बीएमसी के लिए चुनाव लड़ रहे 60 निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन दे रहा है. बीएमसी के लिए मतदान 16 फरवरी को है. बीएमसी के लिए चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों में सूचना के अधिकार (आरटीआई) कार्यकर्ता, शिक्षक, आईआईटीयन, चार्टर्ड अकाउंटेंट, टैक्सी ड्राइवर, वकील, सामाजिक कार्यकर्ता, इवेंट मैनेजर, पुलिस कर्मियों की पत्नियां, छोटे व्यवसायी शामिल हैं.

इन उम्मीदवारों में नौ सेना के पूर्व कमांडर विजय शिवदासानी (69) भी शामिल हैं. उन्होंने कहा, 'लोगों की प्रतिक्रिया से मैं बेहद खुश हूं, लेकिन चुनाव की प्रक्रिया से मैं बहुत थका हुआ महसूस कर रहा हूं.' शिवदासानी का वार्ड न. भी 227 है और इसके अंतर्गत आरसी चर्च, कोलाबा दांडी तथा नेवी नगर आते हैं, जहां वह पैदा हुए, पले-बढ़े और काम किया.

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चुनाव आयोग ने उन्हें चुनाव चिह्न् के रूप में 'छत पंखा' आवंटित किया है. उनका आरोप है कि चुनाव आयोग स्वतंत्र उम्मीदवारों को गम्भीरता से नहीं लेता. शिवदासानी के अनुसार, 'विभिन्न स्तरों पर अलग-अलग तरह की बाधाएं उत्पन्न की जाती हैं. यहां तक कि चुनाव चिह्न् भी देरी से आवंटित किए जाते हैं, जिसके कारण हम उसके बारे में लोगों को अधिक नहीं बता पाते.'

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