पिछले हफ्ते ऑस्ट्रेलियाई ओपन में करियर स्लैम पूरा करने वाले भारत के स्टार टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस ने कहा कि लंदन खेल दूसरा ओलंपिक पदक जीतने का उनका संभवत: ‘सर्वश्रेष्ठ’ लेकिन ‘अंतिम’ मौका नहीं है.
पेस ने कहा, ‘यह सर्वश्रेष्ठ मौका हो सकता है लेकिन नहीं पता कि क्या यह मेरा अंतिम मौका है. मेरे लिए यह संभवत: लदंन ओलंपिक में युगल स्पर्धा का पदक जीतने के मेरे सर्वश्रेष्ठ मौकों में से एक है.’ इस साल जुलाई में शुरू होने वाले लंदन खेल 38 वर्षीय पेस का छठा ओलंपिक होंगे.
इस साल ऑस्ट्रेलियाई ओपन में चेक गणराज्य के अपने जोड़ीदार राडेक स्टेपनेक के साथ पुरुष युगल का खिताब जीतने वाले पेस करियर स्लैम पूरा करने वाले पहले और एकमात्र भारतीय हैं. वह मिश्रित युगल में भी एलेना वेसनीना के साथ फाइनल में पहुंचे थे.
अटलांटा ओलंपिक 1996 में पुरुष एकल का कांस्य पदक जीतने वाले पेस ने हालांकि इस सवाल से बचने की कोशिश की कि लंदन खेलों में उनका जोड़ीदार कौन होगा.
पेस ने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि मेरा जोड़ीदार कौन होगा. मैं सिर्फ उम्मीद कर सकता हूं कि पदक जीतने के लिए मुझे सर्वश्रेष्ठ जोड़ीदार मिले. मैं सिर्फ प्रतिनिधित्व के लिए नहीं जाना चाहता.’
उन्होंने कहा कि ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करना विशेष अहसास है.
इस स्टार खिलाड़ी ने कहा, ‘ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए काफी विशेष है. यह तब और विशेष हो जाता है जब आप अपना छठा ओलंपिक खेल रहे हों. मेरे लिए मेरे छठे ओलंपिक में खेलना ऐसा है मानो कि मैं दुनिया के अब तक के कुछ सर्वश्रेष्ठ एथलीटों में शामिल हूं. यह वर्षों की कड़ी मेहनत को दर्शाता है.'
टेनिस में ओलंपिक पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय पेस ने अटलांटा की अपनी उपलब्धि को सर्वश्रेष्ठ करार दिया और इसे अपने करियर स्लैम से भी उपर रखा.