पेट्रोल के मूल्य में वृद्धि और बढ़ती महंगाई के खिलाफ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 31 मई को राष्ट्रव्यापी बंद का आह्वान किया है. एनडीए के समन्वयक और जद यू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि विपक्षी गठबंधन के सभी सहयोगियों से इस संबंध में विचार-विमर्श किया गया है.
भारत बंद के लिए गठबंधन अपने अन्य सहयोगियों से भी वार्ता करेगा.
शरद यादव ने सरकार के इस तर्क को खारिज कर दिया कि पेट्रोल के मूल्यों में बढ़ोतरी पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा की गई है क्योंकि पेट्रोल के दाम को नियंत्रण मुक्त कर दिया गया है. उन्होंने कहा, ‘यह छलावा है. हम 31 मई को भारत बंद करने जा रहे हैं.’
उन्होंने पूछा कि जब संसद का सत्र चल रहा था तब पेट्रोल के मूल्यों में बढ़ोतरी की घोषणा क्यों नहीं की गई और सत्र खत्म होने के अगले ही दिन तेल कंपनियों ने ऐसा क्यों किया.
यादव ने कहा, ‘मूल्य वृद्धि के निर्णय से सरकार ने पल्ला झाड़ लिया है लेकिन वास्तव में ऐसा तभी होता है जब सरकार चाहती है. सरकार राष्ट्रपति चुनावों के बाद डीजल और एलपीजी के दामों को भी बढ़ाएगी.’
जद यू प्रमुख ने आवश्यक पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी रोकने में सरकार पर ‘पूरी तरह विफल’ रहने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, ‘आम आदमी संप्रग सरकार की गलत नीतियों से पीड़ित है. आवश्यक पदार्थों की कीमतें बेतहाशा बढ़ रही हैं जिससे आम आदमी को अपनी जरूरतें पूरी करने में कठिनाई हो रही है.’ उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार अमीर समर्थक है और गरीबों की उसे परवाह नहीं.
गौरतलब है कि सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने बुधवार आधी रात से पेट्रोल के मूल्यों में 7.50 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है.