देश की प्रतिष्ठित एनएसजी ने आधुनिक हथियारों से लैस नये युग के कमांडो तैयार करने की महत्वाकांक्षी परियोजना पर काम शुरू किया है ताकि जमीन, हवा और जल में विशेषकर आतंकवाद निरोधक अभियानों एवं अपहरण विरोधी अभियानों को अंजाम दिया जा सके.
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एनएसजी के महानिदेशक आर. के. मेधेकर ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड लंबी छलांग लगाने वाला है. हमने आधुनिक कमांडो तैयार करने की योजना बनाई है. पंचवर्षीय योजना शुरू की गई है. इसमें मुख्य रूप से कमांडो पर गौर किया जाएगा. कमांडो काम करने को स्वतंत्र होंगे. वह मानेसर में एनएसजी के स्थापना दिवस पर पत्रकारों से बात कर रहे थे.
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मेधेकर ने कहा कि यह ध्यान में रखते हुए योजना तैयार की गई है कि अभियान के दौरान कमांडो को स्वतंत्र होना चाहिए, उसका हथियार, उसके शरीर के कवच, संचार उपकरण, शरीर में पहने जाने वाले कंप्यूटर. इस संबंध में कुछ चीजों पर परीक्षण चल रहा है और नये युग के कमांडो का पहला जत्था हमें 2015-16 तक मिलने की उम्मीद है.
एनएसजी प्रमुख ने कहा कि परीक्षण और जांच पूरा हो जाने पर दो बटालियन (दो हजार कमांडो) तैयार होंगे और वे हवा, जमीन और जल में काम करने में सक्षम होंगे.