रेसकोर्स रोड की इसी रेस ने मोदी का अंदाज बदल डाला है. उन्होंने मुंबई में इंदिरा गांधी पर एक बयान देकर सनसनी मचा दी. दरअसल मोदी को पता है कि राष्ट्रीय छवि बनाने का तरीका क्या है. उनके बयान पर कांग्रेस की तिलमिलाहट सामने आ गई.
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी जानते हैं कि किस शब्द का असर कहां तक होता है. तभी तो मुंबई में भी वो मंच से जब मुखातिब हुए तो ये ही संकेत दिया कि वो एक राज्य का नुमाइंदा होते हुए भी देश की राजनीति चला रहे हैं. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर एक नया विवाद छेड़ दिया.
सोमवार को मुंबई में नरेन्द्र मोदी ने ये कह कर सनसनी फैला दी कि इंदिरा गांधी जब चुनाव लड़ रही थीं तो उस दौरान उन्होंने एक बहुत बड़ा पाप किया था.
सेकुलरिज्म की बातें करने वाली कांग्रेस ने अपने मैनिफेस्टो में कहा था कि अगर हम उतर पूर्व में चुनाव जीतेंगे तो बाइबल के मुताबिक शासन चलाएंगे.
इतना ही नहीं, मोदी ने ये भी कहा कि मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बिठाने के लिए असम का सहारा लेने वाली कांग्रेस आजादी की लड़ाई में पूर्वोत्तर का योगदान नकार देती है.
मोदी जानते थे कि कांग्रेस के खेमे में इसका तीखा असर होगा और हुआ भी. मोदी के बयान पर कांग्रेस नेता तिलमिला गए हैं.
राजनीति में अकसर जो होता है वो दिखता नहीं और राजनीति के पंडितों का मानना है कि मोदी विरोधी पर हमले का धर्म नहीं निभा रहे. बल्कि बीजेपी में अपना कद बढ़ा रहे हैं.