बिहार में नीतीश सरकार की सेवा यात्रा को जनता के साथ छलावा करार देते हुए कांग्रेस ने कहा कि यात्रा के नाम पर इसमें सरकारी खजाना लुटाया जा रहा है.
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सचिव संजय निरुपम ने कहा, ‘पहले की पांच यात्राओं में जनता की समस्याओं का कुछ हल नहीं निकला इसलिए इस बार की सेवा यात्रा भी लोगों के साथ छलावा है. सेवा यात्रा के नाम पर सरकारी खजाना लुटाया जा रहा है.’ उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार का विकास केवल अखबारों के पन्नों तक सिमटा हुआ है. जमीनी हकीकत कुछ और है क्योंकि जनता का मोहभंग होना शुरू हो गया है. सत्ता में आने से पहले नीतीश ने जनता को जो उम्मीद बंधाई थी वह टूट रही है. पश्चिम चंपारण और मुजफ्फरपुर में सेवा यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री के खिलाफ व्यक्त आक्रोश और नारेबाजी इसका परिचायक है. खुद सत्तारुढ दल के पार्टी पदाधिकारी भी इस बात को स्वीकार कर रहे हैं.
मधुबनी जिले के लौकहा में विधानसभा उपचुनाव के प्रचार के सिलसिले में आये निरुपम ने सदाकत आश्रम स्थित पार्टी कार्यालय में कहा कि इस सेवा यात्रा से भी कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. निरुपम ने कहा कि लौकहा में कांग्रेस ने एक जमीनी कार्यकर्ता को चुनावी अखाड़े में उतारा है. पार्टी ने 1972 से कार्यकर्ता रहे उम्मीदवार रामसुंदर तरैत को टिकट दिया है. वह मधुबनी के जिला अध्यक्ष रह चुके हैं. प्रदेश कांग्रेस की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस आलाकमान ने उन्हें टिकट दिया है जबकि राजद ने कांग्रेस के ही एक पूर्व कार्यकर्ता को टिकट दिया है.
उन्होंने कहा, ‘हमने अन्य सभी पार्टियों से पहले ही अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरूआत कर दी है. कांग्रेस के लिए अच्छा परिणाम आयेगा.’ सीवान के दरौंदा में उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी कालिका शरण सिंह की ओर से प्रदेश के नेताओं के खिलाफ आला कमान को की गयी शिकायत के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस सांसद ने कहा कि एआइसीसी पत्र को संज्ञान में लेकर मामले की छानबीन कर रही है. प्रदेश का कोई भी पदाधिकारी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव गुलचैन सिंह चरक के उपचुनाव के प्रचार के दौरान उपस्थिति के बारे में एक प्रश्न के जवाब में निरुपम ने कहा कि उपचुनाव में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी प्रदेश के कांग्रेस पदाधिकारियों को दी जाती है. एआइसीसी का इसमें केवल मार्गदर्शन होता है. कोई जरूरी नहीं है कि राष्ट्रीय आला कमान के सभी पदाधिकारी यहां आये.
लौकहा चुनाव प्रचार और अभियान से मिथिलांचल क्षेत्र के कुछ स्थानीय नेताओं कृपानाथ पाठक, रंजीत रंजन, प्रेमचंद मिश्रा सहित कुछ अन्य नेताओं को नहीं जोड़े जाने के सवाल पर प्रेस कांफ्रेंस में उपस्थित प्रदेश अध्यक्ष चौधरी महबूब अली कैसर ने कहा कि मधुबनी, समस्तीपुर और दरभंगा के सभी स्थानीय नेताओं को इस कार्यक्रम में जोड़ा जाएगा. स्थानीय नेताओं, पूर्व प्रत्याशियों को लौकहा में पंचायत स्तर पर जाकर प्रचार करने की जिम्मेदारी दी गयी है.