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बोफोर्स: क्‍वात्रोकी पर मेहरबानी, बिग बी को झूठा फंसाया

रक्षा सौदे में घोटाला कोई नई बात नहीं है, लेकिन हर दिन कोई न कोई नई बात सामने जरूर आ रही है. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने बोफोर्स घोटाले के आरोपी ओतावियो क्‍वात्रोकी पर शिकंजा कसने के लिए कोई ज़हमत नहीं उठाई थी.

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रक्षा सौदे में घोटाला कोई नई बात नहीं है, लेकिन हर दिन कोई न कोई नई बात सामने जरूर आ रही है. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने बोफोर्स घोटाले के आरोपी ओतावियो क्‍वात्रोकी पर शिकंजा कसने के लिए कोई ज़हमत नहीं उठाई थी.

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बोफ़ोर्स घोटाले के 25 साल बाद यह बात ख़ुद उस शख्स ने कही है, जिसने तोप सौदे की तह में जाकर जानकारियां निकाली थीं और भारतीय पत्रकार को मुहैया कराई थीं. उस शख्स का नाम है स्टेन लिंडस्टॉर्म. लिंडस्टॉर्म उस दौरान स्वीडन पुलिस के प्रमुख थे.

'द हूट' मैग्जीन से लिंडस्टॉर्म ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के ख़िलाफ़ ऐसे कोई सबूत नहीं थे कि उन्होंने बोफोर्स सौदे में दलाली खाई थी, लेकिन इतना जरूर महसूस हुआ कि मुख्य आरोपी को बचाने के लिए भारत और स्वीडन, दोनों जगह जो कोशिशें चल रही थीं, उन्हें रोकने के लिए राजीव गांधी ने कोई ख़ास कोशिश नहीं की.

'द हूट' नाम की एक वेब मैगज़ीन को दिए इंटरव्यू में लिंडस्टॉर्म ने बोफोर्स घोटाले से जुड़ी कई अहम बातें उजागर की हैं. बोफोर्स घोटाला उजागर होने के 25 साल बाद उन्होंने ज़ाहिर कर दिया है कि इस ख़ुलासे के पीछे उन्हीं का हाथ था.

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लिंडस्टॉर्म के मुताबिक उन्होंने बोफोर्स सौदे से जुड़े क़रीब साढ़े तीन सौ दस्तावेज़ लीक किए थे. स्टेन लिंडस्टॉर्म ने इस मामले में अमिताभ बच्चन को क्लीन चिट दी है. उन्होंने कहा है कि स्वीडन के अखबार में अमिताभ का नाम भारतीय जांचकर्ताओं ने प्लांट किया गया था.

लिंडस्टॉर्म के मुताबिक उन्हें तफ़्तीश करने के लिए एक लिस्ट दी गई थी, जिसमें अमिताभ का नाम था, लेकिन अमिताभ का नाम उस लिस्ट में जानबूझकर डाला गया था.

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