scorecardresearch
 

रोहित के खिलाफ कोई दुर्भावना नहीं: एनडी तिवारी

पितृत्व मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय के अपने खिलाफ फैसले से वस्तुत: शर्मिंदगी महसूस कर रहे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने यह कहते हुए मीडिया का सामना करने से इनकार कर दिया कि इसे मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए लेकिन साथ ही इस बात पर जोर दिया कि उनके मन में रोहित शेखर के प्रति कोई दुर्भावना नहीं है.

Advertisement
X
नारायण दत्त तिवारी
नारायण दत्त तिवारी

Advertisement

पितृत्व मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय के अपने खिलाफ फैसले से वस्तुत: शर्मिंदगी महसूस कर रहे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी ने यह कहते हुए मीडिया का सामना करने से इनकार कर दिया कि इसे मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए लेकिन साथ ही इस बात पर जोर दिया कि उनके मन में रोहित शेखर के प्रति कोई दुर्भावना नहीं है.

दिल्ली उच्च न्यायालय की ओर से यह कहे जाने के कुछ घंटे बाद कि डीएनए रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि होती है कि तिवारी दिल्ली निवासी 32 वर्षीय युवक रोहित शेखर के जैविक पिता हैं, तिवारी ने यहां जारी एक बयान में कहा कि यह मेरा निजी मामला है, इसे तूल ना दें.

तिवारी ने हालांकि मीडिया का सामना करने से इनकार कर दिया और उनके निजी सचिव भवानी दत्त भट्ट ने पत्रकारों को उनके आवास के बाहर उनके बयान की प्रतियां वितरित कर दीं.

Advertisement
Advertisement