ग्रेटर मानचेस्टर पुलिस ने कहा है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि एक ब्रिटिश नागरिक ने अनुज बिदवे की हत्या उसकी भारतीय नस्ल की वजह से की.
यह जीएमपी की हाल की कुशल और त्वरित जांचों में एक है और इस कांड की जांच को लेकर उसकी सराहना हुई है. अनुज बिदवे को किआरन स्टाप्लेटन ने बिना किसी बात के अनायास गोली मारकर हत्या कर दी थी.
मानचेस्टर क्राउन कोर्ट में पांच सप्ताह तक चली सुनवाई के बाद ज्यूरी ने गुरुवार को किआरन ‘साइको’ स्टैप्पलटन को हत्या का दोषी ठहराया. उसे आज सजा सुनायी जाएगी.
हत्याकांड की जांच की अगुवाई करने वाले डिटेक्टिव चीफ सुपरिटेंडेंट मेरी डायल ने कहा कि हमारी जांच में ऐसा कोई सबूत नहीं मिला कि अनुज को उसकी नस्ल के चलते निशाना बनाया गया.
उन्होंने कहा कि हमारे पास इसका कोई सबूत नहीं है कि कोई नस्लवादी टिप्पणी की गयी और ऐसा जान पड़ता है कि इस कृत्य के पीछे स्टैपलटन की कोई मंशा नहीं थी, बस अनुज और उसके दोस्त गलत समय में गलत स्थान पर फंस गए थे.
सहायक कांस्टेबल प्रमुख डॉन कोपली ने कहा कि सुभाष और योगिनी बिदवे ने अपने बेटे अनुज को इंगलैंड भेजने के लिए कठिन परिश्रम किया था ताकि वह अच्छी शिक्षा हासिल कर सके और जीवन में एक अच्छी शुरूआत करे लेकिन स्टैपलटन के इस क्रूर और नृशंस कृत्य के चलते उनके सपने चकनाचूर हो गए.