भारत-पाक संबंधों के सामान्य होने की उम्मीद व्यक्त करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने इसे ‘बेहद जरूरी’ करार दिया और कहा कि उनके गृह सचिव दोनों देशों के बीच लंबित मुद्दों पर बातचीत आगे बढ़ाने के लिए जल्द ही भारत जाएंगे.
विश्व आर्थिक मंच की बैठक से इतर योजना विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री अश्विनी कुमार के साथ मुलाकात के दौरान गिलानी ने द्विपक्षीय संबंधों के सामान्य होने की उम्मीद जताई.
बैठक में भारत सरकार के प्रतिनिधि के रूप में शामिल होने आए कुमार ने बताया कि गिलानी ने उनसे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को उनकी शुभकामनाएं पहुंचाने के लिए भी कहा और यह राय जताई कि दोनों देशों के बीच संबंधों का सामान्यीकरण ‘बेहद जरूरी’ है.
कुमार ने बताया कि उन्होंने गिलानी से कहा कि दोनों देशों के लोग शांति चाहते हैं और सीमा पार व्यापार को सरल बनाने के लिए दोनों ओर हाल में की गई नीतिगत घोषणाओं से संबंधों को सामान्यी बनाने की प्रक्रिया मजबूत होगी.
इस बैठक के दौरान गिलानी ने कहा कि लंबित मुद्दों पर आधिकारिक वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए पाकिस्तान के गृह सचिव जल्द ही भारत जाएंगे.
मंत्री ने पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार और क्रिकेटर से राजनीतिज्ञ बने इमरान खान से भी मुलाकात की. ये लोग भी यहां सम्मेलन में शामिल होने आए हैं.
विश्व अर्थव्यवस्था के समक्ष चुनौतियों पर चर्चा में कुमार और गिलानी के अतिरिक्त थाईलैंड डेनमार्क और फिनलैंड के प्रधानमंत्री अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष प्रमुख क्रिस्तीन लोगार्द विश्व व्यापार संगठन के महानिदेशक पास्कल लैमी विश्व बैंक के अध्यक्ष रॉबर्ट जोएलिक और ओईसीडी महासचिव एंजेल गुरीआ भी शामिल हैं.
चर्चा के दौरान कुमार ने कहा कि सभी लोकतांत्रिक सरकारों के सामने सबसे बड़ी चुनौती राजनीतिक शक्ति की जवाबदेही इस हिसाब से सुनिश्चित करने की है कि लोगों की आकांक्षाएं और समाज के वंचित तबके की आधारभूत आवश्यकताएं पूरी. उन्होंने कहा कि मीडिया के पास लोकप्रिय आंदोलनों के लिए कम समय है और सरकारों को सभी मंचों पर लोगों के साथ सक्रिय ढंग से संवाद करने की जरूरत होगी ताकि महत्वपूर्ण नीति पहल के प्रति जनमानस को समझा जा सके.
मंत्री ने कहा कि अरब देशों में बदलाव की बयार और ‘ऑक्यूपाई वाल स्ट्रीट’ इस दशक का सबसे महत्वपूर्ण घटनाक्रम है जो एक ओर लोकतांत्रिक आंदोलनों की जीवंतता और दूसरी ओर सरकार की सत्ता तथा पूंजी के बिखराव को दिखाता है.
कुमार ने यहां स्विट्जरलैंड के गृह मंत्री से भी मुलाकात की. उन्होंने कहा कि स्विटजरलैंड उच्च प्रौद्योगिकी और विज्ञान के क्षेत्र में भारत के साथ मजबूत संबंध चाहता है.
योजना विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्री ने बताया कि उन्होंने स्विस मंत्री को भारत यात्रा का निमंत्रण दिया है जिसे स्वीकार कर लिया गया है.