उत्तर कोरिया ने बुधवार को कहा कि उसके पास ‘शक्तिशाली आधुनिक हथियार’ हैं जो अमेरिका को शिकस्त देने में सक्षम हैं. इस खुलासे से उसके मिसाइल जखीरे और परमाणु महत्वाकांक्षा को लेकर अटकलों को बल मिला है.
उत्तर कोरियाई सेना के वायस मार्शल री योंग हो ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया से उत्पन्न खतरे से निपटने के लिये देश की हिफाजत के मकसद से सेना को मजबूत करने की महत्ता पर जोर देते हुए यह खुलासा किया. उन्होंने देश को एक परमाणु एवं सैन्य शक्ति बताते हुए नये नेता किम जोंग उन की सराहना करते हुए कहा कि नये नेता एक ‘सैन्य रणनीतिज्ञ’ हैं जो कई साल से सेना को निर्देश दे रहे हैं.
योंग ने पार्टी और सैन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा ‘कोरियन पीपुल्स आर्मी शक्तिशाली हथियारों से लेस है जो एक झटके में साम्राज्यवादी (अमेरिका) को हरा सकती है. सेना की स्थापना की 80 वीं सालगिरह के अवसर पर आयोजित बैठक में किंम योंग उन भी शामिल थे. साथ ही उसमें एसोसियेटेड प्रैस सहित प्योंगयांग स्थित विदेशी समाचार एजेंसियों के संवाददाता भी मौजूद थे.
सेना के जनरल स्टाफ के प्रमुख योंग ने देश के हथियारों का ब्योरा नहीं दिया लेकिन उनका बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका ब्रिटेन तथा अन्य देशों ने आगाह किया है कि उत्तर कोरिया के उकसावे वाले बयान से तनाव बढेगा. समझा जाता है कि उत्तर कोरिया के पास कुछ परमाणु हथियार हैं लेकिन उसके पास उन्हें लंबी दूरी तक मारक क्षमता वाली मिसाइलों में लगाने की प्रौद्योगिकी नहीं है.