सर पर एक करोड़ अमेरिकी डॉलर के ईनाम रखने जाने के बाद अमेरिका पर प्रहार करते हुए हाफिज सईद ने कहा कि नाटो आपूर्ति के बहाल होने और ड्रोन हमलों के उसके देशव्यापी विरोध से वाशिंगटन ‘हताश’ था.
अल जजीरा चैनल ने लश्कर ए तय्यबा के संस्थापक सईद के हवाले से कहा, ‘हम गुफाओं में नहीं छिपे हुए हैं कि हमें खोजने के लिए ईनाम रखे जाएं. मेरा मानना है कि नाटो आपूर्तियों के बहाल होने और ड्रोन हमलों के खिलाफ हमारे देशव्यापी विरोध के कारण अमेरिका हताश है.'
उन्होंने कहा, ‘मुझे विश्वास है कि या तो अमेरिका को बहुत सीमित जानकारी है और वह भारत द्वारा दिए जा रहे गलत सूचनाओं के आधार पर फैसले ले रहा है या वे हताश हैं.’
सईद ने दावा किया कि पाकिस्तान के रास्ते नाटो आपूर्ति मार्ग के फिर से खोले जाने के विरोध में रैलियां आयोजित करने से उत्तेजित अमेरिका ने यह कदम उठाया. पिछले साल नवंबर में सीमा पार से हुए हमले में 24 पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने के बाद इस मार्ग को बंद कर दिया गया था.