आरुषि-हेमराज हत्याकांड एक केस जिसके मामले एक नहीं, तीन कोर्ट में चल रहे हैं. गाजियाबाद सेशन कोर्ट, इलाहाबाद हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट. कोर्ट में ये केस भले ही उलझा हुआ हो. डासना जेलर के मुताबिक नूपुर तलवार हकीकत बयान करते हुए किताब लिख रही हैं.
जमानत याचिका रद्द होने के बाद नूपुर डासना जेल में ही है और समय बिताने का उपाय भी साथ ही कर रही हैं. जेलर के मुताबिक नूपुर तलवार एक डेढ़ घंटे महिला कैदियों को पढ़ाती हैं. लेकिन उनका ज्यादातर वक्त किताब लिखने में जाता है.
जेलर वीरेश राज शर्मा के मुताबिक नूपुर आरुषि हत्याकांड से जुड़े राज दुनिया के सामने लाना चाहती है.
नूपुर भले जेल के अंदर बैठकर इस केस के रहस्य से पर्दा उठाने के लिए कलम चला रही हैं. और बाहर एक नहीं तीन-तीन अदालतों में इस केस के टुकड़े बिखरे हुए हैं.
गौरतलब है कि गाजियाबाद सेशन कोर्ट में केस का ट्रायल, इलाहाबाद हाइकोर्ट में राजेश तलवार की जमानत के खिलाफ सीबीआई की याचिका और सुप्रीम कोर्ट में नूपुर की पुनर्विचार याचिका दर्ज है.
एक तरफ तो नूपुर तलवार कोर्ट की सुनवाई टालने के लिए हर मुमकिन कोशिश में जुटी हैं और दूसरी तरफ सच सामने लाने के लिए किताब लिखने का दावा कर रही हैं. अब सवाल यही उठता है कि क्या इस किताब में अब तक बयानों से अलग कोई बात होगी.