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मनमोहन के साथ है विश्वास का बंधन: ओबामा

सबसे ‘अलग-थलग’ होने के आरोपों का सामना कर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल को उन नेताओं में से बताया है जिनके साथ उन्होंने ‘दोस्ती और विश्वास का बंधन’ स्थापित किया है.

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बराक ओबामा
बराक ओबामा

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सबसे ‘अलग-थलग’ होने के आरोपों का सामना कर रहे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल को उन नेताओं में से बताया है जिनके साथ उन्होंने ‘दोस्ती और विश्वास का बंधन’ स्थापित किया है.

ओबामा ने कहा कि मैं दूसरे प्रशासनों में नहीं था इसलिए मैंने अमेरिकी राष्ट्रपतियों और विश्व के विभिन्न नेताओं के बीच बातचीत नहीं देखी.

राष्ट्रपति ने टाइम मैगजीन को दिए साक्षात्कार में कहा कि लेकिन मैं विश्व के नेताओं के साथ जो दोस्ती और विश्वास का बंधन स्थापित करने में सफल रहा हूं वह विशुद्ध रूप से या उस चीज का एक बड़ा हिस्सा है जिससे हम प्रभावी कूटनीति कर सके हैं.

ओबामा इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि उनकी कूटनीतिक शैली की कुछ लोग यह कहकर आलोचना कर रहे हैं कि यह ‘अत्यधिक ठंडी और अलग-थलग’ है तथा विश्व के नेताओं के साथ उनकी मित्रता नहीं है.

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अमेरिकी राष्ट्रपति ने इसके जवाब में कहा कि मर्केल मनमोहन दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली मयुंग बक तुर्की के प्रधानमंत्री रेसेप तैयिप एरदोगन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरुन सहित विश्व के नेताओं से उनके घनिष्ठ संबंध हैं.

उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि यदि आप उनसे पूछें एंजेला मर्केल या प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह या राष्ट्रपति ली या प्रधानमंत्री एरदोगन या डेविड कैमरुन तो वे कहेंगे राष्ट्रपति के साथ हमारा एक बड़ा विश्वास का बंधन है.

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