टाइम पत्रिका ने गुरुवार को सीआईए के तत्कालीन निदेशक लियोन पैनेटा द्वारा अप्रैल 2011 के उस गुप्त संदेश को प्रकाशित किया है, जिसे उन्होंने अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के खिलाफ गुप्त सैन्य अभियान शुरू करने के बारे में राष्ट्रपति बराक ओबामा से हरी झंडी मिलने के बाद लिखा था.
समाचार एजेंसी ईएफई के अनुसार, 29 अप्रैल, 2011 को पैनेटा के हस्तलिखित संदेश में कहा गया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार टॉम डोनिलॉन का फोन आया, जिसमें उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने एसी-1 (एबटाबाद कम्पाउंड-1) के बारे में एक निर्णय लिया है. निर्णय यह है कि हमले की कार्रवाई शुरू की जाए.
संदेश में कहा गया है कि निर्देश यह है कि उस परिसर में जाकर लादेन के खिलाफ कार्रवाई की जाए, यदि वह वहां न मिले तो वहां से निकल लिया जाए.
अमेरिका सरकार ने कहा है कि ओसामा पहली मई, 2011 को नौसेना के सील्स कमांडो द्वारा पाकिस्तान के एबटाबाद स्थित उसके ठिकाने पर किए गए हमले में मारा गया था. उसके सिर और सीने में गोली लगी थी.
पैनेटा ने जॉइंट स्पेशल ऑपरेशन कमांड के प्रमुख, एडमिरल विलियम मैकरैवेन का जिक्र करते हुए लिखा था कि कार्रवाई का समय, सामरिक निर्णय लेना और नियंत्रण एडमिरल मैकरैवेन के हाथों में है. संदेश में अंत में कहा गया है कि इन निर्देशों से एडमिरल मैकरैवेन को सुबह लगभग 10.45 बजे अवगत करा दिया गया था. अगले सप्ताह लादेन के मारे जाने की पहली बरसी होगी.
अमेरिकी प्रशासन का आधिकारिक बयान यह रहा है कि पाकिस्तान में लादेन के खिलाफ कार्रवाई उसे पकड़ने पर केंद्रित थी, लेकिन जब अमेरिकी सैनिकों से उसका सामना हुआ तो उसने प्रतिरोध खड़ा किया और उसके बाद एक सील्स कमांडो ने उसपर गोली चला दी.