ओडिशा में एक त्वरित अदालत ने एक शीर्ष नक्सली नेता की पत्नी को 2003 में हुई गोलीबारी की एक घटना से संबंधित मामले में सबूत के अभाव में मंगलवार को बरी कर दिया. यह जानकारी सूत्रों ने दी है.
इस महिला नक्सली की रिहाई की मांग इटली के एक बंधक की रिहाई के एवज में नक्सलियों ने की थी. रायगाडा जिले के गुनपुर में स्थित त्वरित अदालत ने नक्सली नेता सब्यसाची पंडा की पत्नी सुभाश्री दास को बरी कर दिया. पंडा, पिछले महीने इटली के दो नागरिकों को अगवा करने में शामिल रहा है. नक्सलियों ने एक बंधक को बाद में रिहा कर दिया था.
सुभाश्री पर नक्सलियों और पुलिस के बीच जिले के कुटिंगागुडा इलाके में 2003 में हुई गोलीबारी में शामिल रहने का आरोप था. सुभाश्री को मिली के नाम से भी जाना जाता है.
सुभाश्री जेल में कैद उन कई नक्सलियों में शामिल है, जिनकी रिहाई की मांग इटली के अगवा टूर ऑपरेटर बोसुस्को पाओलो की रिहाई के एवज में की गई है. पाओलो 14 मार्च से ही नक्सलियों के कब्जे में है.
फिलहाल, इस बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है कि क्या इस रिहाई को राज्य सरकार ने सुनिश्चित कराया है.
सुभाश्री का पति सब्यसाची पंडा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की ओडिशा इकाई का संगठन सचिव है. इसी संगठन ने इटली के दोनों नागरिकों को कंधमाल जिले से अगवा किया था.