सार्वजनिक क्षेत्र की तेल वितरण कम्पनियों ने सोमवार मध्य रात्रि से पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर 70 पैसे बढ़ाने की घोषणा की.
कम्पनियों ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमत बढ़ने और रुपये में अवमूल्यन को इसके लिए कारण बताया. इस कदम ने केंद्र सरकार की सबसे बड़ी सहयोगी तृणमूल कांग्रेस को नाराज कर दिया है. तृणमूल कांग्रेस ने मांग की है कि इस मसले पर सभी राजनीतिक दलों के बीच चर्चा होनी चाहिए ताकि महंगाई का कोई समाधन निकाला जा सके.
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल वितरण कम्पनियों ने सोमवार मध्य रात्रि से पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर 70 पैसे बढ़ाने की घोषणा की. कम्पनियों ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमत बढ़ने और रुपये में अवमूल्यन को इसके लिए कारण बताया.
तृणमूल सांसद कुणाल घोष ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, 'पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि के फैसले से तृणमूण कांग्रेस में निराशा का भाव है. हम चाहते हैं कि यह वृद्धि तुरंत वापस ली जाए. इस वृद्धि के संबंध में सहयोगी दलों से कोई चर्चा नहीं की गई है.'
उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष व मुख्यमंत्री ममता चाहती है कि इस मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों में व्यापक विचार विमर्श हो ताकि मूल्य वृद्धि की समस्या का कोई समाधान निकाला जा सके. इंडियन ऑयल कारपोरेशन (आईओसी) ने एक बयान में कहा, 'इंडियन ऑयल कारपोरेशन ने 23 जुलाई की मध्य रात्रि से पेट्रोल की कीमत 70 पैसे बढ़ाने का फैसला किया है. इसमें राज्यों के शुल्क शामिल नहीं हैं.'
इसमें कहा गया, 'यह संशोधन अंतरराष्ट्रीय तेल मूल्य में वृद्धि और रुपये के मूल्य में उतार चढ़ाव को देखते हुए किया गया.' मूल्य निर्धारण करने वाली अवधि में जहां भारत में कच्चे तेल की कीमत औसत 101.28 डॉलर प्रति बैरल थी, वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 111.59 डॉलर प्रति बैरल थी. रुपया अभी प्रति डॉलर लगभग 55.36 के स्तर पर है.
मौजूदा कारोबारी साल के पहले दो महीनों में अंतरराष्ट्रीय मूल्य, रुपये के अवमूल्यन और कम्पनियों द्वारा पेट्रोल की कीमत मनोनुकूल रूप से बढ़ाने में असमर्थता के कारण पेट्रोल की बिक्री से कारपोरेशन को 1,053 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है.
आईओसी ने साथ ही कहा कि डीजल, मिट्टी का तेल और रसोई गैस की कीमत जून 2011 से नहीं बदली है. इसके कारण इन तीन मदों पर कम्पनी को 2012-13 में 86 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है. इस स्थिति में कम्पनी और अधिक नुकसान नहीं झेल सकती है. विभिन्न राज्यों के शुल्कों को शामिल करने पर मूल्य वृद्धि 70 पैसे प्रति लीटर से 91 पैसे प्रति लीटर रहेगी.
दिल्ली में यह वृद्धि 70 पैसे होगी. राज्य सरकार के वैट छूट के 16 जून के फैसले के चलते इस वृद्धि पर कर नहीं लगेगा. मूल्य में वृद्धि के बाद दिल्ली में पेट्रोल की नई कीमत 68.48 रुपये प्रति लीटर होगी. मुम्बई में नई कीमत 74.23 रुपये प्रति लीटर, चेन्नई में 73.16 रुपये प्रति लीटर और कोलकाता में 73.61 रुपये प्रति लीटर होगी. हैदराबाद में नई कीमत 75.80 रुपये प्रति लीटर और बैंगलोर में यह 77.30 रुपये प्रति लीटर होगी.