पांच बार की विश्व चैंपियन भारतीय महिला मुक्केबाज एम.सी. मैरीकोम ने मंगलवार को कहा कि लंदन ओलंपिक में पदक जीतकर यदि वह संन्यास लेती हैं तो इससे बढ़कर उनके शानदार करियर के लिए और कुछ नहीं होगा.
मैरीकॉम ने करनैल सिंह स्टेडियम में अभ्यास सत्र के बाद कहा, 'मैं इस समय अच्छी फॉर्म में हूं और ओलंपिक मेरा बड़ा सपना है. यदि मैं वहां पदक जीतती हूं तो यह मेरे भविष्य का फैसला करेगा कि मैं खेल जारी रखूं या संन्यास लेने का फैसला करूं.'
10 सदस्यीय भारतीय महिला मुक्केबाजी टीम चीन के किंगडाओ में आयोजित होने वाले वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए मंगलवार को रवाना हुई.
29 वर्षीय मैरीकॉम भारत की बेहतरीन महिला मुक्केबाज हैं और उनसे लंदन ओलंपिक में पदक की उम्मीद की जा रही है.
लंदन ओलंपिक में महिला मुक्केबाजी में 51 किलोग्राम, 60 किलोग्राम और 75 किलोग्राम भार वर्ग की स्पर्धा है. मैरीकॉम 51 किलोग्राम भार वर्ग में हिस्सा लेंगी.
उन्होंने कहा, 'ओलंपिक में पदक जीतना महत्वपूर्ण है लेकिन यही सबकुछ नहीं है. 10 वर्ष मुक्केबाजी करने के बाद मुझे कुछ नहीं साबित करना है. यदि मैं अपने ऊपर ज्यादा दबाव लूंगी तो मैं अच्छा नहीं कर सकती हूं. मुझे एक समय एक मैच पर ध्यान देना है.'
मैरीकॉम को वर्ल्ड चैंपियनशिप में कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि वह अपने किसी भी प्रतिद्वंद्वी को हल्के में नहीं लेंगी.