ब्रिटेन के करीब 35 फीसदी कम्पनियों ने 2012 में गम्भीर मंदी की आशंका व्यक्त की है. 'इंस्टीट्यूट ऑफ डायरेक्टर्स' (आईओडी) द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में यह तथ्य सामने आया है.
सर्वेक्षण में विभिन्न कम्पनियों के 1000 निदेशकों ने भाग लिया. लगभग 53 निदेशकों का मानना था कि इस वर्ष मंदी का असर मध्यम रहेगा, जबकि 11 फीसदी का मानना था कि इस वर्ष मंदी आने का खतरा बहुत कम है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने आईओडी के हवाले से बताया कि देश के कमजोर आर्थिक परिदृश्य के बावजूद शीर्ष उद्यमी अपेक्षाकृत आश्वस्त दिखे.
लगभग 43 फीसदी निदेशकों का मानना था कि अगर मंदी आई तो यह कम अवधि की हल्की होगी, जबकि 33 फीसदी का मानना था कि यह हल्के असर के साथ लम्बे समय तक रहेगी. केवल 10 फीसदी का मानना था कि ब्रिटेन दीर्घ अवधि तक गहरी मंदी की चपेट में आ सकता है.
लगभग 50 फीसदी कम्पनियों का मानना था कि 2011 की तुलना में उनकी आय में 2012 में वृद्धि होगी. जबकि 40 फीसदी का मानना था कि 2012 में उनके लाभ में वृद्धि होगी.
इस सबसे बीच कम्पनियां हालांकि व्यापारिक निवेश और रोजगार में निवेश बढ़ाने को लेकर सजग हैं. करीब 27 फीसदी कम्पनियां सोचती है कि इस साल रोजगार में वृद्धि होगी जबकि 25 फीसदी का मानना है कि इसमें कमी आएगी.