कोयला ब्लाक आवंटन रद्द करने की मांग पर विपक्ष के अड़े रहने के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ संसद में गतिरोध के मध्य रणनीति पर चर्चा की.
कांग्रेस कोर समिति की इस बैठक में कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल को भी बुलाया गया था. कानून मंत्री सलमान खुर्शीद एवं दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल भी बैठक में मौजूद थे. लोकसभा के नेता गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे भी चर्चा के दौरान उपस्थित थे.
कोर समिति की इस बैठक से पहले सोनिया गांधी ने संसद में गतिरोध खत्म करने के तौर तरीके पर चर्चा करने के लिए अहमद पटेल, पवन कुमार बंसल और शिंदे समेत वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की थी. संसद की कार्यवाही आठ दिनों से बाधित है. अगला सप्ताह संसद के मानसून सत्र का अंतिम सप्ताह है. यह सत्र आठ सितंबर तक है.
सरकार पहले ही कोयला ब्लाकों के आवंटन रद्द करने और प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग अस्वीकार कर चुकी है. भाजपा ने कोयला ब्लाकों के आंवटन पर कैग के निष्कर्षों के बाद इन आवंटन को रद्द करने और प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग की है.
सरकार एवं कांग्रेस, कोयला ब्लाक आवंटन मुद्दे पर कैग की रिपोर्ट की आलोचक रही है और प्रधानमंत्री ने कहा है कि उसके निष्कर्ष विवादास्पद है.
कोर समिति की बैठक ऐसे समय में हुई है जब महज एक दिन पहले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कैग विनोद राय पर निशाना साधा था और कहा था कि उनकी भी अपने एक पूर्ववर्ती टी एन चतुर्वेदी के तरह राजनीतिक महत्वाकांक्षा है, जिन्होंने बोफोर्स मुद्दे पर रिपोर्ट दी थी और उसके शीघ्र बाद भाजपा से जुड़ गए थे.