पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने शुक्रवार को कहा कि उनका देश अपनी सैन्य ताकत का विकास जारी रखेगा, क्योंकि मजबूत देश कमजोर समझकर हमला करने पर आमादा हैं.
समाचार चैनल 'जियो न्यूज' के मुताबिक, सेना की हार्डवेयर प्रदर्शनी 'आइडियाज-2012' के उद्घाटन अवसर पर मौजूद रक्षा अधिकारियों एवं विश्लेषकों को सम्बोधित करते हुए गिलानी ने कहा कि मूलरूप से पाकिस्तान की सैन्य क्षमता का उद्देश्य धमकियों से निबटना है.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने अपने देश में कृत्रिम शस्त्र प्रणाली एवं उपकरणों के उत्पादन की क्षमता विकसित कर ली है. हमारा मुल्क हालांकि हथियारों की दौड़ में शामिल होने की इच्छा नहीं रखता है.
गिलानी ने कहा कि पाकिस्तान का रक्षा उद्योग अपनी घरेलू जरूरतें पूरी करने के बाद अब अपने रक्षा उत्पादों की बिक्री अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है.
उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान के लोग डरावनी धमकियों से बुरी तरह प्रभावित हैं. मैं पहले भी कह चुका हूं कि हमें धमकाने वालों का कोई नाम, चेहरा, मजहब और निश्चित क्षेत्र नहीं है.
गिलानी ने कहा कि मैं आपको भरोसा देता हूं कि न तो हम मसलों को हल करने से और न अपनी प्रतिबद्धता से पीछे हटेंगे. साथ ही हम अपने साझेदारों से उम्मीद करते हैं कि वे इस बड़ी लड़ाई में हम पर यकीन करेंगे और हमारी मंशा को समझेंगे.