पारस मौत मिस्ट्री में मीडिया में पहली बार आया वो किरदार जिसे इस केस में पारस का परिवार कसूरवार के तौर पर देख रहा है. पहली बार पारस के ससुर आजतक के कैमरे के सामने पूरे मामले पर सफाई देने के लिए पेश हुए. उन्होंने ना सिर्फ सारे इल्जामों को खारिज कर दिया बल्कि ये तक कहा कि उन्हें अपनी बेटी से पारस की शादी पर आपत्ति नहीं थी.
क्या दिल्ली का पारस भसीन हॉनर किलिंग का शिकार हुआ? या, क्या पारस ने हालात से परेशान होकर खुदकुशी कर ली? दिल्ली की सबसे बड़ी मौत मिस्ट्री उलझती जा रही है. आजतक के हाथ लगा है वो सुसाइड नोट, जिसके बारे में दावा किया गया है कि उसे पारस और उसकी पत्नी ने लिखा था. सुसाइड नोट असली है या फर्जी, इसकी जांच दिल्ली पुलिस कर रही है, लेकिन अगर सुसाइड नोट सही है तो ये पारस की परेशान
मनोदशा बताने के लिए काफी है.
नोट में लिखा है, 'दादाजी मुझे माफ कर दो प्लीज. आपकी जिंदगी में मेरी कोई अहमियत नहीं है. दादी आप बहुत अच्छी हो पर कोई मुझे समझ नहीं पाया आजतक. मैं इतना बुरा नहीं था जितना आप मुझे समझते थे. आप सब लोगों को पैसे से बहुत प्यार है, अपने बच्चे से नहीं. मम्मी आप बहुत अच्छे हो, हो सके तो मुझे माफ कर देना. मैं आपको बहुत मिस करूंगा. डैडी, अब तो समझ जाओ कि मैं बुरा नहीं था. मां का ख्याल रखना प्लीज और काम करना शुरू कर दो.'
इस कथित सुसाइड नोट से जाहिर होता है पारस अपने परिवार में खुद को अलग-थलग महसूस करता था. उसे लगता था कि उसके घरवाले उसे गलत समझते हैं. कथित सुसाइड नोट में आगे लिखा है- रेणु बुआ आपको भी बहुत प्यार करता हूं. आपकी नजरों में भी मैं गलत हूं. कुछ गलत कहा तो मुझे माफ कर दो. हार गया अपनी जिंदगी से. इतने सालों में बहुत टूट गया था. अंदर से खुश नहीं था मैं. दादा जी अपनी झूठी शान से बाहर निकलो.'
अगर ये सुसाइड नोट सही है तो जरा गौर कीजिए. पारस ने हालात में टूटने की बात तो लिखी है लेकिन कहीं नहीं लिखा है कि वो सुसाइड करने जा रहा है. यही नहीं पारस का परिवार जिस शिद्दत से इंसाफ की आवाज बुलंद कर रहा है, उससे भी नहीं लगता परिवार में किसी बात को लेकर कलह थी. उधर, पारस की पत्नी ने भी उसी के साथ कथित रूप से एक सुसाइड नोट लिखा था जिसमें उसने खुदकुशी के लिए वक्त और हालात को जिम्मेदार बताया था. हालांकि, बाद में उसने खुदकुशी का इरादा त्याग दिया. सच क्या है झूठ क्या फिलहाल रहस्य के पर्दे में
है.