पेट्रोल की कीमतों में 7.50 रुपये प्रति लीटर की रिकॉर्ड बढ़ोतरी पर इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) ने अपनी सफाई दी है.
आईओसी चेयरमैन आर एस बुटोला ने कहा कि तेल कंपनियों के बढ़ते घाटों की वजह से पेट्रोल की कीमत को बढ़ाना जरूरी हो गया था.
उन्होंने कहा कि पेट्रोल पर लगातार घाटा बढ़ता जा रहा था जिसकी वजह से हमारे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं था. तेल कंपनियों को 50 दिन में 1000 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है.
बटोला ने कहा कि आईओसी ने सरकार से टैक्स करने की सिफारिश की थी लेकिन सरकार ने राहत देने से इनकार कर दिया. जिस वजह से यह फैसला लेना पडा.
आर एस बटोला ने कहा निकट भविष्य में पेट्रोल की कीमत में कटौती हो सकती है.