आम आदमी को एक और झटका लगा है. तेल कंपनियों ने पेट्रोल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी कर दी है. पेट्रोल के दामों में 7.50 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है. बढ़े दाम बुधवार रात 12 बजे से लागू होंगे.
इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत अब 73.14 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी जबकि मुंबई में 78.15 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल मिलेगा. कोलकाता में अब पेट्रोल 77.53 रुपये प्रति लीटर मिलेगा जबकि चेन्नई में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 77.05 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी.
पेट्रोल की बढ़ी कीमतों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बीजेपी के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बीजेपी की मुंबई बैठक में इस मूल्यवृद्धि के खिलाफ आंदोलन पर विचार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार अब जनता पर बोझ बन गई है.
पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी का कहना है कि तेल की कीमतें बढ़ाने की सख्त जरूरत है लेकिन पेट्रोल के दाम बढाने पर अभी फैसला नहीं किया जाएगा. पेट्रोलियम मंत्री की दलील है कि डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में गिरावट आई है जिसकी वजह से तेल कंपनियों को काफी नुकसान हो रहा है हालांकि कीमतों में बढ़ोतरी का फैसला सबकी रजामंदी से किया जाएगा.
गौरतलब है कि मुंगलवार को ही पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी ने कहा था कि पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि बेहद जरूरी है, लेकिन हमें राजनीतिक दलों से बात करनी होगी.’ सरकार ने जून, 2010 में पेट्रोल मूल्य नियंत्रणमुक्त कर दिये थे. पेट्रोल के दाम में आखिरी बार बढ़ोतरी पिछले साल 4 नवंबर को की गई थी. हालांकि, इस दौरान कच्चे तेल के दाम में 14 फीसदी इजाफा हुआ है वहीं डालर की तुलना में रुपया सात फीसद कमजोर हुआ है.
डीजल, मिट्टी तेल और रसोई गैस के दाम आखिरी बार पिछले साल जून में बढ़ाए गए थे. रेड्डी ने कहा था कि यदि डॉलर की तुलना में रुपया एक रुपये कमजोर होता है, तो पेट्रोलियम कंपनियों को सालाना 8,000 करोड़ रुपये का नुकसान होगा. ‘रुपया इस समय गिरकर 55 रुपये प्रति डालर पर आ गया है, जबकि पिछले साल यह 46 रुपये प्रति डालर पर चल रहा था. इस तरह रुपये में गिरावट से पेट्रोलियम कंपनियों को 72,000 करोड़ रुपये का नुकसान बैठता है.’
पेट्रोल कीमतों में आखिरी बार संशोधन पिछले साल एक दिसंबर को हुआ था. उस समय कीमतों में 65 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई थी. दिल्ली में पेट्रोल का दाम इस समय 65.64 रुपये प्रति लीटर है. घरेलू कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में गैसोलिन के दामों के आधार पर बेंचमार्क की जाती हैं. उस समय कच्चे तेल का दाम 109.03 डालर प्रति बैरल था, जो आज 125 डालर प्रति बैरल पर है. उस समय रुपया औसतन 51.50 प्रति डालर था, जो आज 55 प्रति डालर से उपर पहुंच चुका है.