एक बार फिर पेट्रोल के दाम बढ़ सकते हैं. सूत्रों के अनुसार शनिवार आधी रात से पेट्रोल की कीमतों में 1 रुपेये से लेकर 2 रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है. सीएनजी के दाम में भी 1.75 रुपये प्रति किलो का इजाफ हो सकता है.
कीमतों में संभावित वृद्धि के पीछे डालर की तुलना में रुपये की कमजोरी को कारण बताया जा रहा है. रुपये की कमजोरी से तेल का आयात महंगा हो गया है, जिससे पेट्रोल कीमतों में वृद्धि हो सकती है.
हालांकि सरकार के लिए ये फैसला मुश्किलों भरा हो सकता है क्योंकि उत्तर प्रदेश और पंजाब सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की घोषणा हो चुकी है. ऐसे में सरकार कोई जोखिम नहीं उठाना चाहेगी.
घरेलू स्तर पर पेट्रोल कीमतों में आखिरी बार संशोधन 30 नवंबर को हुआ था. उस समय रुपया 51.50 प्रति डालर पर था. दिसंबर के पहले पखवाड़े में रुपये की विनिमय दर औसतन 51.98 प्रति डालर रही है. उसके बाद से इसमें और गिरावट आई है. सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन आयल कारपोरेशन जैसी तेल कंपनियां प्रत्येक पखवाड़े में तेल के औसत बेंचमार्क तथा विनिमय दरों के आधार पर माह की पहली और 16 तारीख को खुदरा कीमतों में संशोधन करती हैं.
अगली समीक्षा 31 दिसंबर को होनी है और यदि कंपनियां विनिमय दरों में उतार-चढ़ाव को उपभोक्ताओं पर डालने का फैसला करती हैं, तो नई दरें एक जनवरी से प्रभावी होंगी. अधिकारी ने कहा, ‘फिलहाल पेट्रोल की बिक्री से लागम के मुकाबले 85 पैसे प्रति लीटर का नुकसान होता है.
स्थानीय बिक्री कर को जोड़ने के बाद खुदरा कीमतों में 1.02 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि करने की जरूरत होगी.’ तेल विपणन कंपनियों ने 15-16 दिसंबर को पिछली समीक्षा में उस समय उपभोक्ताओं पर 65 से 70 पैसे प्रति लीटर का बोझ नहीं डालने का फैसला किया था. उस समय पेट्रोल कीमतों में इतनी ही वृद्धि की जरूरत थी. दिल्ली में आईओसी के पेट्रोल पंप पर पेट्रोल का दाम 65.64 रुपये प्रति लीटर है. वहीं भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पंपों पर कीमतों में कुछ पैसे का अंतर है.
नवंबर माह में तेल कंपनियों ने पेट्रोल कीमतों में दो बार कटौती की थी. 16 नवंबर को पेट्रोल के दाम 2.22 रुपये प्रति लीटर घटाए गए थे, जबकि एक दिसंबर को पेट्रोल कीमतों में 78 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई थी.