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2.46 रुपये प्रति लीटर सस्‍ता हुआ पेट्रोल

महंगाई की चौतरफा मार झेल रहे देशवासियों को मामूली राहत की खबर. आधी रात से पेट्रोल की कीमतें दो रुपये 46 पैसे कम हो गई हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में गिरावट के बाद ये फैसला लिया गया है.

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महंगाई की चौतरफा मार झेल रहे देशवासियों को मामूली राहत की खबर. आधी रात से पेट्रोल की कीमतें दो रुपये 46 पैसे कम हो गई हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में गिरावट के बाद ये फैसला लिया गया है.

माना जा रहा है कि जल्द ही पेट्रोल और सस्ता हो सकता है. गौरतलब है कि पिछले महीने पेट्रोल के दाम में 7.54 रुपये प्रति लीटर की जबर्दस्त बढ़ोतरी की गई थी. इसके बाद दो बार पेट्रोल के दाम कम किए गए हैं.

विभिन्‍न शहरों में पेट्रोल की कीमतें इस प्रकार होंगी...
-दिल्ली में अब 70 रुपए 24 पैसे की जगह 67.78 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से दाम चुकाने होंगे.
-मुंबई में 76 रुपए 45 पैसे की बजाय पेट्रोल की कीमत 73 रुपए 35 पैसे प्रति लीटर होगी.
-कोलकाता में अब एक लीटर पेट्रोल का दाम पहले के 75 रुपए 81 पैसे की जगह 72 रुपए 74 पैसे होगा.
-चेन्नई में भी पेट्रोल की नई कीमत 75 रुपए 40 पैसे प्रति लीटर की जगह 72 रुपए 27 पैसे होगी.
-हैदराबाद में एक लीटर पेट्रोल का दाम 78 रुपए 11 पैसे से घटकर 74 रुपए 89 पैसे हो गया है.
-बैंगलोर की बात करें तो यहां पर भी 79 रुपए 61 पैसे की जगह एक लीटर पेट्रोल के लिए 76 रुपए 39 पैसे चुकाने होंगे.

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वैसे पेट्रोल की कीमतों में कमी से आपके लिए कार और बाइक चलाना ही सस्ता हो सकता है लेकिन इससे महंगाई में किसी तरह की कमी नहीं होगी.

सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने पिछले महीने पेट्रोल के दाम में 7.54 रुपये प्रति लीटर की जबरदस्त बढ़ोतरी की थी. हालांकि बाद में मूल्य में 2.02 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि वापस ले ली गई.

पेट्रोल के दाम घटाए जाने पर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि राष्ट्रपति चुनाव को ध्यान में रखकर पेट्रोल की कीमतें घटाई गई हैं और बाद में यह फिर बढ़ा दी जाएंगी.

वहीं, मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने महज 2.46 रुपये की कमी पर असंतोष जाहिर करते हुए मांग की कि कीमतों में 7.50 रुपये की कटौती की जानी चाहिए थी. भाजपा के प्रवक्ता तरुण विजय ने कहा, ‘जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 120 डालर प्रति बैरल थीं, सरकार ने घरेलू बाजार में कीमतों में जबरदस्त वृद्धि कर दी, लेकिन अब जब कीमतें घटकर 80 डालर प्रति बैरल पर आ गई हैं, उन्होंने पहले का उंचा मूल्य जारी रखा है.’

पेट्रोल की कीमतों में की गई कटौती के बाद भी कीमतों में 1 रुपये प्रति लीटर की और कटौती किए जाने की गुंजाइश बनती है क्योंकि यह जो कटौती की गई है वह जून के पहले पखवाड़े में वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के औसत मूल्य के आधार पर की गई. तब से वैश्विक कीमतें 8 प्रतिशत तक घट चुकी हैं.

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सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने हर महीने की पहली तारीख और 16 तारीख को तेल की कीमतों में कटौती या बढ़ोतरी करने की व्यवस्था अब से छोड़ दी है और अब वे किसी भी तिथि को कीमतों में बदलाव करेंगी ताकि पेट्रोल पंप डीलर असहज स्थिति से बच सकें.

अगर लोगों को कीमतों में कटौती की संभावना दिखती है तो वे पेट्रोल खरीदना बंद कर देते हैं जिससे कुछ जगहों पर पेट्रोल पंप खाली पड़ रहते हैं. इसी तरह, मूल्य बढ़ने की संभावना बनने पर, पंप डीलर पेट्रोल की जमाखोरी शुरू कर देते हैं.

सूत्रों ने कहा कि पेट्रोल की कीमतों में यह कटौती अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के 106.93 डालर प्रति बैरल के औसत मूल्य को ध्यान में रखकर की गई है. तब से कीमतें घटकर करीब 97.98 डालर प्रति बैरल पर आ गई हैं. लेकिन, साथ ही डालर के मुकाबले रुपया घटकर 57 के स्तर पर आ गया है जिससे आयात महंगा हुआ है.

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