नया साल शुरू होने से पहले ही आपको सीएनजी की महंगाई का झटका लग चुका है. अब पेट्रोल की बारी है. तैयार रहिए क्योंकि सोमवार को तेल कंपनियां बैठक करने वाली हैं, जिसमें वो अपने घाटे का रोना रोएंगी और बोझ हमपर और आप पर डालेंगी.
पेट्रोल के दाम एक बार फिर बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं. तेल कंपनियां इसपर फ़ैसला करेंगी. सूत्रों से ख़बर मिल रही है कि पेट्रोल की क़ीमतों में 2 रुपए प्रति लीटर का इज़ाफ़ा हो सकता है. तेल कंपनियां कीमत बढ़ाने के पीछे दो प्रमुख दलीलें दे रही हैं.
पहली ये कि कच्चे तेल की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में बढ़ी हैं. दूसरी ये कि डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत गिरने से तेल आयात पर उन्हें ज्यादा खर्च करना पड़ रहा हैं. तेल कंपनियों का दावा है कि इन दोनों ही वजहों से उनका घाटा लगातार बढ़ता जा रहा है. तेल कंपनियां इस घाटे का बोझ जनता के कंधों पर डालने की तैयारी में हैं.
यूं तो 31 दिसंबर की आधी रात से ही दाम बढ़ने की ख़बरें मिल रही थीं लेकिन उस वक्त ये फ़ैसला टल गया था. दरअसल, पांच राज्यों में होने वाले चुनावों के मद्देनज़र सरकार पर भारी दबाव है.
कहने को तो तेल कंपनियां पेट्रोल के दाम तय करने के लिए आज़ाद हैं लेकिन सरकार की सहमति के बिना ऐसा कर पाना उनके लिए मुमकिन नहीं है.