एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता पिंकी प्रमाणिक को उत्तर 24 परगना जिले की अदालत ने 25 दिन न्यायायिक हिरासत में बिताने के बाद मंगलवार को जमानत दे दी.
पिंकी को उस समय गिरफ्तार किया गया था जब एक महिला ने आरोप लगाया था कि वह एक पुरुष है और उसने उसके साथ बलात्कार किया.
पिंकी को बरासात की अदालत ने जमानत दी. इससे पहले सोमवार को एसएसकेएल अस्पताल को पिंकी के क्रोमोसोम पैटर्न टेस्ट की रिपोर्ट मिली थी जिसके आधार पर उनके लिंग का निर्धारण होना है.
इस एथलीट को 14 जून को उस समय गिरफ्तार किया गया जब उनके साथ रह रही 30 बरस की महिला ने आरोप लगाया कि वह पुरुष है और उसने उसका बलात्कार भी किया.
इसके अलावा कलकत्ता उच्च न्यायालय में छह जुलाई को एक जनहित याचिका भी दायर की गई जिसमें इस एथलीट पर गैरमानवीय प्रताड़ना करने का आरोप लगाया गया है.
अदालत ने पश्चिम बंगाल सरकार को निर्देश दिया है कि वह जांच की प्रगति पर दो हफ्ते के भीतर हलफनामा दायर करे. पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग ने भी इस मामले में कदम उठाते हुए गृह, स्वास्थ्य और पुलिस विभाग को निर्देश दिया था कि वे पुलिस और जेल हिरासत में इस एथलीट को दी जा रही ‘प्रताड़ना’ के आरोपों की जांच करें.
पिंकी ने 2006 दोहा एशियाई खेलों की चार गुणा 400 मीटर रिले में स्वर्ण और 2006 मेलबर्न राष्ट्रमंडल खेलों में इसी स्पर्धा में रजत पदक जीता था.