केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को उनके खिलाफ और खास कर राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार चुने जाने के बाद अनुचित और दुर्भावनापूर्ण तरीके से रिश्वत का अरोप लगाने के लिए टीम अन्ना की आलोचना की.
उन्होंने आरोपों को गलत, स्वार्थपूर्ण, दुर्भावनापूर्ण और गैर जिम्मेदारीपूर्ण बताया.
टीम अन्ना सदस्य अरविंद केजरीवाल द्वारा लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुखर्जी ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इंडिया अगेंस्ट करप्शन, जो उच्च नैतिक व्यवहार का प्रतिनिधित्व करने का दावा करता है, उसने अपने नैतिक आधार को फेंक कर प्रधानमंत्री को आरोप भेजा है.
मुखर्जी के विशेष कार्य पर नियुक्त अधिकारी ने कहा कि आईएसी अपनी शिकायत में यह बताने में असफल रही है कि ये आरोप दिल्ली उच्च न्यायालय में दाखिल एक जनहित याचिका पर आधारित है और अदालत में विचाराधीन है और टीम अन्ना सदस्य प्रशांत भूषण इसमें वकील हैं.