संप्रग उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए गुरुवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. उन्होंने 19 जुलाई को होने वाले चुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस और अन्य दलों का समर्थन मांगा. प्रणब को राजनीतिक दलों की ओर से अब तक मिले समर्थन से लगता है कि रायसीना हिल्स की राह उनके लिए मुश्किल नहीं है.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी, सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव, बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा, द्रमुक के टी आर बालू, राजद के लालू प्रसाद, लोजपा के राम विलास पासवान और अन्य नेताओं की मौजूदगी में प्रणब ने राज्यसभा महासचिव एवं राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी विनय कुमार अग्निहोत्री को अपने नामांकन पत्र सौंपे. मनमोहन और सोनिया के साथ प्रणव ने अपने नामांकन पत्र के चार सेट दाखिल किये.
प्रणव के नामांकन पत्र के चार सेट पर केन्द्रीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, कांग्रेस विधायक दल के नेताओं और प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रमुखों सहित 486 सांसदों और विधायकों के दस्तखत हैं.
नामांकन पत्र के सबसे पहले सेट पर राजग संयोजक एवं जदयू अध्यक्ष शरद यादव के दस्तखत थे. दूसरे पर रक्षा मंत्री ए के एंटनी के, तीसरे पर सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के और चौथे पर बसपा प्रमुख मायावती के दस्तखत थे.
एहतियात के तौर पर नामांकन पत्र के हर सेट पर 60 प्रस्तावक और 60 अनुमोदकों के दस्तखत कराये गये जबकि चुनाव नियमों के अनुसार 50 प्रस्तावकों और इतने ही अनुमोदकों की आवश्यकता होती है. नामांकन पत्र दाखिल किये जाते समय केन्द्रीय मंत्रियों में पी चिदंबरम, फारूक अब्दुल्ला, ई अहमद, एंटनी, पवन कुमार बंसल और अश्विनी कुमार मौजूद थे.
सपा नेता राम गोपाल यादव, बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा, राकांपा नेता डी पी त्रिपाठी के अलावा महाराष्ट्र, राजस्थान, अरूणाचल प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली सहित आठ राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस मौके पर मौजूद थे. संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल को प्रणब का अधिकृत प्रतिनिधि बनाया गया है.
प्रणब की उम्मीदवारी को मिल रहे समर्थन से उत्साहित बंसल ने कहा कि प्रणब को इतने वोट मिलेंगे, जो किसी की भी कल्पना से परे है. यह एकतरफा चुनाव होगा. प्रणब को जबर्दस्त बहुमत मिलेगा.
प्रणब की उम्मीदवारी को अब तक जिन राजनीतिक पार्टियों ने समर्थन का ऐलान किया है, उससे स्पष्ट है कि उन्हें निर्वाचक मंडल के कुल 10.98 लाख मत मूल्य में से सात लाख से अधिक मत मूल्य हासिल होने की उम्मीद है.
प्रणब ने नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद कहा कि वह तृणमूल कांग्रेस सहित सभी का समर्थन चाहते हैं. उन्होंने कहा कि इस मुकाम पर मैं चाहता हूं कि मुझे सभी की शुभकामनाएं और सहयोग मिले.