आम बजट से एक बेटी की भी उम्मीदें जुड़ी हैं. खुद वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने चिट्ठी लिखकर अपने पिता से राहत की दरख्वास्त की है. प्रणब मुखर्जी के वित्त बजट से एक बेटी ने क्या उम्मीदें लगा रखी हैं. यह मशहूर कथक नृत्यांगना शर्मिष्ठा मुखर्जी ने एक खुली चिट्ठी में बयां किया है.
उन्होंने लिखा है-
घर पर जब भी मैंने बजट को लेकर अपनी उम्मीदें जाहिर करने की कोशिश की, आपका सख्त चेहरा देखकर ठिठक गई. इसलिए ये खुला पत्र लिख रही हूं, उम्मीद है मेरी इन मांगों पर आप गंभीरता से विचार करेंगे.
कलाकारों पर कोई कर नहीं लगाया जाए. इससे हम अपनी कला पर ज्यादा ध्यान दे सकेंगे. महोदय, आप इसमें बॉलीवुड कलाकारों को भी शामिल कर सकते हैं और मुझे लगता है कि इससे शाहरुख- ऐश्वर्या के प्रशंसकों को भी ऐतराज नहीं होगा.
गली के कुत्तों को गोद लेने पर टैक्स में लाभ दिया जाए. इससे पशु प्रेमियों और कुत्तों, दोनों को फायदा होगा.
रंग-बिरंगे डिजाइनर कवच बनाने वालों को विशेष छूट दी जाए, जिसे बीयर बार में शराब परोसने वाली महिलाओं और ड्राइविंग करने वालों को पहनने के लिए दिया जाए. ताकि वो शूटिंग और रोड रेज से बच सकें.
मेरे घर दावत पर आने वाले दोस्तों को टैक्स में खास छूट दी जाए, ताकि महफिल में सही वक्त पर ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुट सके.
हालांकि एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते मेरा फर्ज बनता है कि आपको ये भी बताऊं कि इससे टैक्स में होने वाले नुकसान की भरपाई कैसे की जाए.
दिल्ली और एनसीआर के रोड साइड रोमियो और लड़कियों को छेड़ने वालों पर 90 से 95 फीसदी तक टैक्स लगाया जाए.
सड़क पर गंदगी फैलाने वालों, दीवार देखकर कुत्तों की नकल करने वालों पर विशेष कॉमनवेल्थ टैक्स लगाया जाए.
आपकी शर्मिष्ठा मुखर्जी
अब देखना यह होगा कि आम बजट में बेटी की मांग को कितनी तवज्जो दी जाती है. क्योंकि इसमें बेटियों की इच्छा तो शामिल ही है. एक नागरिक की जरूरतें भी रखी गई हैं.