भाजपा ने प्रणब मुखर्जी द्वारा आज राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी को जमा किये गये हलफनामे के साथ संलग्न भारतीय सांख्यिकीय संस्थान के चेयरमैन पद से उनके त्यागपत्र की प्रति को ‘बनावटी’ करार देते हुए कहा कि मुखर्जी के नामांकन को स्वीकृत किये जाने के बाद भी पार्टी के पास अभी सभी विकल्प खुले हैं.
भाजपा के वरिष्ठ नेता अनंत कुमार और पूर्व पार्टी सांसद तथा राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार पी ए संगमा के अधिकृत प्रतिनिधि सतपाल जैन ने आज संवाददाताओं से कहा कि इस पद के चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी और राज्यसभा महासचिव वीके अग्निहोत्री ने संगमा की आपत्तियों को खारिज करते हुए मुखर्जी के नामांकन पत्र को मंजूर कर लिया है लेकिन पार्टी ने आदेश की सत्यापित प्रति मांगी है जो कल तक मिल जाएगी, जिसके अध्ययन के बाद आगे की कार्रवाई पर फैसला किया जाएगा.
अनंत कुमार ने आरोप लगाया कि भारतीय सांख्यिकीय संस्थान :आईएसआई: के चेयरमैन के नाते लाभ के पद पर होने के आधार पर प्रणव मुखर्जी के नामांकन पत्र पर संगमा की ओर से आपत्तियों के बाद आज पूर्व वित्त मंत्री ने जो हलफनामा दाखिल किया है, उसके साथ संलग्न उनके त्यागपत्र की प्रति ‘जाली और बनावटी’ है.
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के इतने उच्च पद पर बैठे व्यक्ति ने इस तरह का ‘गैरकानूनी कार्य’ किया है.
जैन ने कहा, ‘मैंने मुखर्जी के नामांकन पत्र और त्याग पत्र पर अलग अलग दस्तखत होने पर भी आपत्ति दर्ज कराई थी लेकिन इसके जवाब में उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति कई तरह से हस्ताक्षर कर सकता है.’