दिल्लीवासियों का लंबा इंतजार समाप्त करते हुए मानसून आठ दिन की देरी से शुक्रवार को राजधानी दिल्ली पहुंच गया तथा बारिश की बौछारों ने लोगों को भीषण गर्मी से राहत प्रदान की. हालांकि शाम के समय हुई वर्षा के बाद दिल्लीवासियों को जलभराव के चलते यातायात जाम का सामना भी करना पड़ा.
शाम के समय हुई वर्षा ने दिल्ली सरकार और नगर निगमों के नालियां साफ होने के तमाम दावों की पोल खोल दी क्योंकि शहर के लगभग सभी स्थानों से पानी भरने की सूचनाएं मिलीं. हालांकि अधिकारियों ने एकदूसरे पर आरोप लगाकर अपना पल्ला झाड़ने का प्रयास किया.
भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक लक्ष्मण सिंह राठौर ने कहा, ‘हां, हम यह कह सकते हैं कि ये मानसूनी वर्षा है लेकिन हम इसकी आधिकारिक घोषणा शनिवार को करेंगे क्योंकि हमें 24 घंटे तक वर्षा के आंकड़ों का अवलोकन करना होगा. वर्षा व्यापक है और यह दो तीन दिन तक जारी रहेगी.’
राजधानी दिल्ली में मानसून में इस वर्ष आठ दिन की देरी हुई है. दिल्ली में मानसून के पहुंचने की तिथि 29 जून है.
एक कॉलेज छात्रा अनामिका वर्मा ने कहा, ‘अंतत: यहां वर्षा हो गई और हमें इस भीषण गर्मी से निजात मिल गई.’
शाम के समय दिल्ली के अधिकतर हिस्सों में मध्यम से भारी वर्षा हुई. इसके चलते प्रमुख स्थानों पर यातायात जाम और जलभराव हो गया. कार्यालय से अपने घरों को लौटने वाले हजारों लोग जाम के कारण रास्ते में फंस गए.
दिल्ली के कुछ हिस्सों में तड़के सुबह भी वर्षा हुई थी. अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 38.4 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम 29.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
अचानक हुई वर्षा के चलते लक्ष्मीनगर, संसद मार्ग, आईटीओ, आरके पुरम, जखिरा, किशनगंज, निजामुद्दीन, टैगोर गोर्डेन, अक्षरधाम, आश्रम, सरायकालेखां, कश्मीरी गेट, शांतिवन, निगमबोध घाट, पीएचक्यू, बर्फखाना चौक, रूपनगर और आजाद मार्केट जैसे क्षेत्रों में पानी जमा हो गया.