पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने साफ कर दिया है कि वे राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं. बयान जारी कर कलाम ने इनकार करते हुए कहा कि मैंने हालात पर विचार करने के बाद यह फैसला किया.
इससे पहले मिसाइल मैन डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम अपने करीबी दोस्तों और वैज्ञानिकों से मिलकर राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी पर कल रात से ही विचार-विमर्श करने में मशगूल थें.
कलाम ने दोस्तों और करीबीजनों से सलाह के बाद राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार न बनने का फैसला लिया.
कांग्रेस ने पहले ही प्रणब मुखर्जी के रूप में अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है, जिसको समाजवादी पार्टी, बसपा, आरजेडी सहित यूपीए के सभी सहयोगी दल समर्थन देने के लिए तैयार हैं. हालांकि यूपीए की सहयोगी ममता बनर्जी इस फैसले से नाखुश हैं और उन्होंने कलाम को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बताया.
ममता ने एक कदम आगे जाकर अपने फेसबुक पेज पर कलाम के लिए समर्थन भी मांगा.
रविवार को हुई एनडीए की बैठक में इस बाबत कोई फैसला नहीं लिया जा सका. सोमवार रात 9 बजे बीजेपी अध्यक्ष गडकरी के निवास पर फिर से बैठक होने वाली है.
संघ चाहता है कि एनडीए कोई अपना उम्मीदवार खड़ा करे. इस बीच यह भी खबर आ रही है कि पीए संगमा राष्ट्रपति का चुनाव नहीं लड़ेंगे. एनसीपी नेता डीपी त्रिपाठी ने कहा है कि पीए संगमा राष्ट्रपति का चुनाव नहीं लड़ेंगे.
उधर बीजेपी के सांसद राम जेठमलानी शनिवार को प्रेस से कह चुके हैं कि मैं भी राष्ट्रपति का चुनाव लड़ूंगा और प्रणब मुखर्जी को राष्ट्रपति नहीं बनने दूंगा. हालांकि इस बयान पर बीजेपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.