देश में नए राष्ट्रपति के लिए चुनाव गुरुवार को होगा. इस चुनाव में केंद्र में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी और विपक्ष समर्थित उम्मीदवार पूर्णो अगितोक संगमा के बीच सीधा मुकाबला है.
मतदान राष्ट्रीय राजधानी और राज्यों की राजधानियों में होगा, जिसमें सांसद और विधायक मतदान करेंगे.
निर्वाचन अधिकारी और राज्यसभा महासचिव वी.के. अग्निहोत्री ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा, 'स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव के लिए सभी आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं. संसद भवन के अंदर और आसपास, खासकर मतदान स्थल पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं.'
मतगणना रविवार को होगी. इसके तीन दिन बाद राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील का पांच वर्षीय कार्यकाल पूरा हो जाएगा. इसके बाद 13वें भारतीय राष्ट्रपति के 25 जुलाई तक राष्ट्रपति भवन में प्रवेश की संभावना है.
राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनने से पहले संप्रग सरकार में वित्त मंत्री रह चुके प्रणब के चुनाव जीतने की पूरी संभावना है. उम्मीद है कि उन्हें 4,896 मतदाताओं (776 सांसदों व 4,120 विधायकों) के कुल 10,97,000 मतों में से 735,000 मत मिलेंगे.
संप्रग के घटकों (कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), राष्ट्रीय लोक दल (रालोद), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) और नेशनल कांफ्रेंस) के अलावा मुखर्जी को समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा), वाईएसआर कांग्रेस व अन्य का समर्थन भी मिल रहा है.
चूंकि मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और फॉरवर्ड ब्लॉक ने भी मुखर्जी को समर्थन देने की इच्छा जाहिर की है, साथ ही जनता दल (युनाइटेड) और शिव सेना भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग जाकर प्रणब का समर्थन कर रहे हैं, लिहाजा उनकी उम्मीदवारी को व्यापक समर्थन स्पष्ट है.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी), तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के मतदान में हिस्सा न लेने की संभावना है. इन दलों के पास लगभग 36,000 वोट हैं.
आंध्र प्रदेश की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को फैसला लिया कि राष्ट्रपति चुनाव में वह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी का समर्थन करेगी.
पार्टी ने उपराष्ट्रपति पद के लिए संप्रग के उम्मीदवार मोहम्मद हामिद अंसारी को समर्थन देने का फैसला भी लिया.
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सांसद मेकापति राजामोहन रेड्डी ने घोषणा की कि पार्टी ने यह फैसला पार्टी की मानद अध्यक्ष वाई.एस. विजयलक्ष्मी की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के बाद लिया.
उन्होंने कहा, 'हमने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर यह फैसला लिया है. हम उम्मीद करते हैं कि प्रणब मुखर्जी देश के संवैधानिक प्रमुख के पद के साथ न्याय करेंगे.'
इस क्षेत्रीय पार्टी के दो सांसद हैं. इसके अलावा एक कांग्रेस सांसद सब्बम हरि भी इसी पार्टी के प्रति निष्ठा रखते हैं. आंध्र प्रदेश विधानसभा में इस पार्टी के 17 विधायक हैं.
प्रणब मुखर्जी के प्रतिद्वंद्वी पूर्व लोकसभा अध्यक्ष संगमा राकांपा के वरिष्ठ नेता रहे हैं और मेघालय विधानसभा के सदस्य हैं. उम्मीद है कि उन्हें 313,000 वोट मिलेंगे.
संगमा को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), बीजू जनता दल (बीजद), आल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके), शिरोमणि अकाली दल और असम गण परिषद (अगप) का समर्थन प्राप्त है.