तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव में एक नाटकीय मोड़ ला दिया है, जिसके चलते तीन लाख से अधिक मतों का मूल्य रखने वाला भाजपा नीत राजग का रूख निर्वाचक मंडल में काफी मायने रखता है और केंद्र में सरकार पर इसका असर पड़ सकता है.
निर्वाचक मंडल में 10,98,882 वोट हैं. कांग्रेस और तृणमूल सहित इसके सहयोगियों के पास 4.60 लाख मतों का मूल्य है. भाजपा नीत राजग के पास 3.04 लाख मतों का मूल्य है.
समाजवादी पार्टी, बसपा और वाम सहित अन्य पार्टियों के पास 2.62 लाख से अधिक मतों का मूल्य है.
यदि तृणमूल और सपा संप्रग से अलग हो जाती है तो संप्रग को अपना खुद का उम्मीदवार उतारना होगा और राजग एवं अन्नाद्रमुक, बीजद एवं तेदेपा जैसी कांग्रेस विरोधी पार्टियों का समर्थन हासिल करना होगा.
तृणमूल और सपा के पास कुल 1.16 लाख मतों का मूल्य है. अन्नाद्रमुक, बीजद एवं तेदेपा के पास कुल 87,000 से अधिक मतों का मूल्य है.