राष्ट्रपति पद की दौड़ में शनिवार को प्रणब मुखर्जी को व्यापक समर्थन मिलने के उस वक्त संकेत मिले जब जद यू के नेता शिवानंद तिवारी ने ‘सम्मानित नेता को सम्मानजनक विदाई’ देने की जोरदार वकालत की.
तिवारी ने कहा कि यह उनका निजी विचार है कि ‘प्रणब मुखर्जी जैसे वरिष्ठ एवं सम्मानित नेता, जो सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने जा रहे हैं, उन्हें सम्मानजनक विदाई मिलनी चाहिए.’ उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि मुखर्जी राष्ट्रपति का चुनाव जीतेंगे क्योंकि मुलायम एवं मायावती संप्रग उम्मीदवार के तौर पर उनका समर्थन कर रहे हैं.
बहरहाल उन्होंने कहा कि राजग की बैठक में निर्णय लिये जाने की जरूरत है जहां ‘हम अपना विचार रखेंगे.’ जद यू राजग में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है और बिहार में वह भाजपा के साथ सत्ता में है.
वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी को कल सत्तारूढ़ संप्रग ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर चुना था जिससे कई महीने से चल रही अटकलों पर विराम लग गया था.
जदयू ने शुक्रवार वस्तुत: एपीजे अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति के रूप में पेश करने के मुद्दे पर अपने पांव पीछे खींच लिए थे.