भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने कहा है कि रिजर्व बैंक ‘किसी भी समय’ ब्याज दर में कटौती कर सकता है, जिससे वर्ष 2012-13 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष के मुकाबले अधिक रहने की संभावना है.
सुब्बाराव ने पिछले सप्ताह वॉल स्ट्रीट जर्नल के आनलाइन संस्करण के साथ एक भेंटवार्ता में कहा, ‘हमें 2012 की तुलना में 2013 में वृद्धि दर अधिक रहने की उम्मीद है, क्योंकि किसी भी समय हम ब्याज दर के चक्र में नरमी लाना शुरू कर सकते हैं.’
उन्होंने इसके पीछे कई कारक गिनाए मसलन तब तक बाजार की धारणा सुधर सकती है जिससे निवेश बढ़ सकेगा.
सुब्बाराव ने कहा, ‘हमने अक्तूबर और फिर जनवरी में अपनी मौद्रिक नीति की समीक्षा में निर्देश पेश किया, जिसमें कहा गया कि सख्ती चरम पर पहुंच चुकी है और अब यहां से आगे हमें नीचे आना होगा और हमने नरमी का रुख अपनाना शुरू कर दिया है.’