पूर्व संचार मंत्री ए राजा समेत 2जी मामले के दो प्रमुख आरोपियों ने दिल्ली की एक अदालत में मामले के एक गवाह पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सीबीआई दबाव बना रही है और उसे सिखा-पढ़ा रही है. हालांकि पूर्व संचार मंत्री राजा के पूर्व सहयोगी व गवाह असेरवर्तम आचारी तथा सीबीआई दोनों ने आरोपों को खारिज कर दिया.
राजा के वकील सुशील कुमार ने कहा कि वह (आचारी) आपके (सरकारी वकील) कमरे से सीखकर आते हैं. यदि आप चाहें तो मैं आपको इसकी तस्वीरें भी दे सकता हूं. घोटाले में आरोपी पूर्व दूरसंचार सचिव सिद्धार्थ बेहुरा ने भी आरोप लगाया कि आचारी पूरी तरह सीखे-पढ़े गवाह हैं.
राजा के वकील सुशील कुमार ने कहा कि चूंकि राजा ने पूर्व अतिरिक्त निजी सचिव आचारी को राजनीति में बढ़ावा नहीं दिया इसलिए आचारी ने मामले में सीबीआई के लिए झूठा गवाह बनना पसंद किया.
कुमार ने आचारी से जिरह करते हुए कहा कि आप सीबीआई के इस दबाव में उसके गवाह बन गये कि आपको भी मामले में आरोपी बनाया जाएगा. जब राजा ने जिरह पूरी कर ली तो बेहुरा की ओर से वकील एस पी मिनोचा ने भी कहा कि आचारी पूरी तरह सिखाये गये गवाह हैं.
आचारी ने राजा और बेहुरा के इन आरोपों से इनकार कर दिया कि सीबीआई ने उन्हें बयान बदलने के लिए सिखाया-पढ़ाया और वह झूठी गवाही दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह कहना गलत है कि मैं झूठी गवाही दे रहा हूं.
आचारी ने विशेष सीबीआई न्यायाधीश ओपी सैनी से कहा कि यह कहना गलत है कि मुझे तभी गवाह बनाया गया जब सीबीआई को अन्य आरोपियों के तार राजा से जोड़ने के लिए कुछ नहीं मिला. यह कहना गलत है कि मैं आय से अधिक संपत्ति को लेकर सीबीआई के दबाव में था.
उन्होंने यह भी कहा कि यह कहना गलत है कि मैं ए. राजा से इसलिए नाखुश था क्योंकि उन्होंने मुझे राजनीति में बढ़ावा नहीं दिया. यह कहना गलत है कि मैंने इन वजहों से अभियोजन (सीबीआई) के लिए उनके खिलाफ झूठा गवाह बनना पसंद किया.
बेहुरा के वकील के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए सीबीआई के अभियोजक ए के सिंह ने कहा कि आप यह बात बार-बार दोहरा रहे हैं. क्या गवाह को सरकारी वकील से मिलने की इजाजत नहीं होती. नाराजगी भरे स्वर में सिंह ने कहा कि आप ऐसी बातें क्यों कर रहे हैं. आप अपनी सीमाएं लांघ रहे हैं.