चर्चित फिल्म अभिनेत्री रेखा ने मंगलवार को मनोनीत सदस्य के रूप में राज्यसभा की सदस्यता की शपथ ली. रेखा गणेशन ने अंग्रेजी में शपथ ली. शपथ के लिए नाम पुकारे जाने पर और उनके शपथ लेने के बाद सदस्यों ने मेजें थपथपाकर उनका स्वागत किया.
रेखा के शपथ ग्रहण करने के बाद सभापति हामिद अंसारी ने उन्हें बधाई दी. रेखा ने हाथ जोड़कर सदन में मौजूद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, विपक्ष के नेता अरूण जेटली सहित अन्य सदस्यों का अभिवादन किया. रेखा सदन की बैठक शुरू होने के कुछ मिनट पहले आयीं और मनोनीत सदस्य एच के दुआ ने उन्हें अपनी सीट दी. रेखा को सदन में 99 नंबर की सीट मिली है.
जया बच्चन कुछ समय पहले ही सदन में आ गयी थीं और हिंदी फिल्मों की दोनों चर्चित अभिनेत्रियों ने एक दूसरे का अभिवादन नहीं किया. शपथ ग्रहण करने के बाद रेखा अपनी सीट पर आयी. उनके एक ओर मनोनीत अनु आगा की सीट है. दूसरी ओर मनोनीत अशोक एस गांगुली की सीट है. गांगुली के बगल में बैठे जावेद अख्तर को रेखा से कुछ बातचीत करते देखा गया. प्रश्नकाल के दौरान 11 बजकर करीब 20 मिनट पर रेखा सदन से बाहर चली गयीं.
आपको बता दें राज्यसभा के लिए रेखा का मनोनयन संविधान के अनुच्छेद 80 के तहत किया गया है. जिसमें सरकार की अनुशंसा पर राष्ट्रपति राज्यसभा के 250 सदस्यों में से 12 को मनोनीत कर सकता है. उन 12 सदस्यों में से एक नाम अभिनेत्री रेखा का भी है, लेकिन राज्यसभा सांसद बनने के लिए शपथ की औपचारिकता अभी बाकी है.
शपथ लेने के बाद रेखा की जिंदगी के मायने बदल जाएंगे. पर्दे पर अदाओं का कहर ढाने वाली रेखा के लिए अब बतौर सांसद देश की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने की भी चुनौती होगी.
वो संसद, जो देश की दशा और दिशा तय करती है, वहां बैठकर, उसमें हिस्सेदारी निभाना रेखा के लिए जिम्मेदारी के साथ-साथ बड़ी चुनौती भी होगी. रेखा जानती हैं कि ये फिल्मी ख्वाब नहीं, जिन्दगी की हकीकत है. उनके लिए राज्यसभा का सदस्य बनना सम्मान की बात है, तो नई जिम्मेदारियों का अहसास भी. अगर रेखा के लिए संसद का सफर नया है तो साथी सांसदों के लिए रेखा की मौजूदगी एक खूबसूरत अहसास.
जो रेखा ताउम्र अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब रही हैं. उनसे यही उम्मीद की जा रही है कि वो राज्यसभा में महज़ एक झलक बनकर ना रह जाएं. इसीलिए रेखा भी राज्यसभा में काम करने के लिए खुद को तैयार करने में जुटी हुई हैं.
रेखा के लिए राज्यसभा में दोस्त हैं तो उनसे नाराज लोगों की भी कमी नहीं है. ये वो सिलसिला है जो सिनेमा से संसद तक जारी है. सबको पता है कि रेखा और जया के बीच दूरियां बिग बी को लेकर हैं. रेखा का नाम राज्यसभा लिए मनोनीत हुआ तो लगा कि ये दूरियां घट जाएंगी. लेकिन यहां भी जया ने अपनी सीट बदलवाकर साबित कर दिया कि कुछ दूरियां हमेशा के लिए होती हैं.
साफ है कि रेखा को राज्यसभा में कई भूमिकाओं में काम करना पड़ेगा. रेखा का ये रोल उनकी निभाई गए भूमिकाओं से अलग है, ऐसे में हर कोई देखना चाहता है कि रेखा, कैसे अपनी संसदीय जिम्मेदारियों को निभाती हैं.