योगगुरु बाबा रामदेव ने सांसदों को भला-बुरा कहने पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने सभी सांसदों को चोर-उचक्का नहीं कहा था. यह तो मीडिया ने उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है.
दो दिवसीय योग शिविर के लिए भिण्ड पहुंचे योगगुरु ने संवाददाताओं से बातचीत में उनके कथित विवादास्पद बयान को लेकर पूछने पर कहा कि संसद में बैठे सभी सांसद चोर-उचक्के नहीं हैं. उन्होंने सबको ऐसा नहीं कहा, मीडिया ने उनके बयान को तोड-मरोड़ कर पेश किया है.
देश को अभूतपूर्व संकट से घिरा बताते हुए रामदेव ने कहा कि खुद सेनाध्यक्ष वी के सिंह कह रहे हैं कि सेना के पास लड़ाई के लिए पर्याप्त गोला-बारूद और संसाधन नहीं हैं, जबकि हमारे पड़ोसी देश परमाणु शक्ति से सम्पन्न हैं.
माओवादी नक्सलियों की तरफदारी करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी मांगें जायज हैं, लेकिन उन्हें मनवाने का तरीका गलत है. उन्हें हिंसा का रास्ता छोड़कर उचित लोकतांत्रिक तरीके अपनाने चाहिए. नक्सलवादियों से निपटने में राज्य सरकारें सक्षम नहीं हैं और वे दिनो दिन मुंह उठा रहे हैं. एक अन्य प्रश्न के उत्तर में योगगुरु ने कहा कि देश की संसद 121 करोड़ लोगों को न्याय नहीं दे पा रही है.
यह पूछने पर कि इसका विकल्प क्या है, उन्होंने कहा कि किसी राजनीतिक दल में शामिल नहीं होंगे, लेकिन प्रशिक्षित लोग ही नया दल बनाएंगे और देश की जनता को एक सही विकल्प देंगे. इस दौरान बाबा रामदेव ने भिण्ड में अपने योग शिविर के अलावा जिले के गोहद, फूफ एवं उमरी में आम सभाओं को भी संबोधित किया.