योगगुरू बाबा रामदेव ने जंतर मंतर जाकर वहां पिछले तीन दिनों से आमरण अनशन कर रहे टीम अन्ना के सदस्यों अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और गोपाल राय सहित अन्ना हजारे को अपना समर्थन जताया और कहा कि देश चाहता है कि अन्ना और रामदेव साथ रहे और जब तक दम हैं, दोनों साथ हैं.
जंतर मंतर पर अन्ना और उनकी टीम के साथ मंच साझा करते हुए उन्होंने कहा कि आंदोलन के रास्ते अलग हो सकते हैं लेकिन मकसद एक है.
उन्होंने कहा कि हम नाम नहीं लेना चाहते, लेकिन काम चाहते हैं. अपना अपना तरीका है, रणनीति अलग-अलग है लेकिन रण एक है. गौरतलब है कि योग गुरु रामदेव और टीम अन्ना के बीच भ्रष्टाचार के मुद्दों पर राष्ट्रपति और अन्य केद्रीय मंत्रियों का नाम आरोपियों के तौर पर उपयोग करने को लेकर कथित असहमति है. टीम अन्ना ने अपने अनशन में केंद्रीय मंत्रियों को निशाना बनाया है.
रामलीला मैदान में संवाददाताओं से बातचीत में रामदेव ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी पर हमला करने के लिये टीम अन्ना से असहमति जताते हुए कहा कि सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन किसी व्यक्ति की आलोचना करना ठीक नहीं है.
रामदेव ने साथ ही कहा कि वह किसी पर व्यक्तिगत हमले के खिलाफ हैं. हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वह अन्ना हजारे के आंदोलन का समर्थन करना जारी रखेंगे.
जंतर मंतर पर योगगुरू ने कहा कि वह राष्ट्रपति पद का शपथ लेने के बाद मुखर्जी की कही बातों का सम्मान करते हैं कि गरीबी और भ्रष्टाचार मिटाया जाना चाहिए लेकिन इसे कर्मों में भी उतारा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश और अन्य प्रदेशों में हुए विधानसभा चुनावों से अगर सत्तारूढ दल ने सीख नहीं ली तो आगे इतिहास बनेगा. रामदेव ने कहा कि अनशनस्थल पर लोगों की संख्या गिनी जाती है कि कितने लोग साथ हैं.
उन्होंने कहा कि 99 फीसदी आबादी हमारे साथ है क्योंकि 99 प्रतिशत आबादी के पास तो सफेद धन ही नहीं है, उनके पास काला धन क्या होगा. अपने सहयोगी बालकृष्ण की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब जब किसी ने कोई बड़ा काम किया है उसे जेल भेजा गया. उन्होंने कहा कि अफसोस इस बात का है कि जेल पहले उन्हें जाना चाहिए था.
योगगुरू ने कहा कि वह संसद का सम्मान करते हैं और उसे न्याय का मंदिर मानते हैं लेकिन सांसदों का आचरण भी इसी के अनुरूप होना चाहिए. 9 अगस्त को होने वाले अपने आंदोलन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अगर सरकार नहीं चेती तो काले धन और लोकपाल पर कड़े कानून को लेकर पूरा देश सड़क पर उतरेगा.