वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि सरकार विदेशी मुद्रा विनियम बाजार में उतार-चढ़ाव पर अंकुश के लिए कदम उठा रही है और जरूरत पड़ने पर रिजर्व बैंक इसमें हस्तक्षेप करेगा.
डॉलर की तुलना में रुपये के रिकार्ड निचले स्तर तक लुढ़कने के बाद वित्त मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘सरकार कई तरह के कदम उठा रही है. हालांकि, रुपये का प्रबंधन बाजार से जुड़ा है और वहां इन दिनों काफी उतार-चढ़ाव है.’
रुपया मंगलवार दोपहर के कारोबार में डालर की तुलना में और लुढ़ककर 55.32 रुपये प्रति डालर के नए रिकार्ड निचले स्तर पर आ गया. वित्त मंत्री ने कहा, ‘जब और जैसे ही जरूरत होगी रिजर्व बैंक इसमें हस्तक्षेप करेगा. यह बाजार शक्तियों पर निर्भर करता है और फिलहाल बाजार में भारी अनिश्चितता है.’
एशियाई मुद्राओं में रुपये का प्रदर्शन इस समय सबसे खराब चल रहा है. पिछले 15 दिन में रुपया लगातार निचले स्तर को छू रहा है. हालांकि रिजर्व बैंक ने डालर बिकवाली के जरिये रुपये में उतार-चढ़ाव पर काबू पाने का प्रयास किया है. इस साल की शुरुआत से रुपये में अभी तक 22 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है.