स्थानीय शेयर बाजार से विदेशी निवेशकों की पूंजी निकासी के जोर तथा आयातकों की डॉलर मांग बढ़ने से रुपया बुधवार दोपहर के कारोबार के दौरान अमेरिकी मुद्रा डॉलर के मुकाबले 67 पैसे लुढ़ककर 54.46 पर चला गया.
कारोबारियों के अनुसार रुपये की विनिमय दर में गिरावट रोकने के लिये रिजर्व बैंक ने जो कदम उठाया था, वह विफल रहा और रुपया अबतक के रिकॉर्ड निम्न स्तर पर चला गया. इससे पहले, 15 दिसंबर को रुपया 54.32 तक गया था.
कारोबारियों का कहना है कि यूरो क्षेत्र में ऋण संकट बढ़ने को लेकर चिंता के बीच वैश्विक मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती तथा शेयर बाजारों में कमजोर शुरुआत से रुपये पर दबाव पड़ा.
इस बीच, बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स विदेशी संस्थागत निवेशकों की भारी बिकवाली से 16,000 के नीचे चला गया. जनवरी के बाद सेंसेक्स का यह निम्न स्तर है.